तेजी से बढ़ रहा 'नरक का द्वार', अंतरिक्ष से आने लगा नजर, वैज्ञानिकों की बढ़ी चिंता
साइबेरिया में मौजूद नरक का द्वार लगातार खुलता जा रहा है. इसका आकार किसी स्टिंग रे, हॉर्सशू क्रैब या विशालकाय टैडपोल जैसा दिखता है.
साल 1960 के दशक में इसका आकार काफी छोटा था जो समय के साथ बढ़ रहा है.
इसके बढ़ने का अंदाज इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले 30 साल में ही यह 3 गुना बढ़ चुका है.
इसका नाम द बाटागे क्रेटर है. बाटागे क्रेटर को लोग बाटागाइका भी बुलाते हैं. इसका मतलब होता है नरक का द्वार. अब यह विशालकाय हो चुका है.
इस क्रेटर के अंदर पहाड़ियां और घाटियां बनती जा रही हैं. ये सारा बदलाव सैटेलाइट तस्वीरों में साफ दिखता है. वैज्ञानिक हैरान इस बात से हैं से कि यह गड्ढा लगातार बढ़ क्यों रहा है?
वैज्ञानिकों के मुताबिक, जलवायु परिवर्तन के कारण इसका आकार ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है. यह पृथ्वी पर दूसरा सबसे पुराना परमाफ्रॉस्ट है जो अब 200 फीट चौड़ा और 300 फीट गहरा हो गया है.
इसे रोका नहीं जा सकता है और अगर ये इसी तरह बढ़ता रहा तो जल्द ही इलाके का सब कुछ गड्ढे में समाता जाएगा.
माना जा रहा है कि ग्लोबल वॉर्मिंग इसी तरह बढ़ती गई और ऐसे और भी नर्क के दरवाज़े दुनिया में अलग-अलग जगह पर देखने को मिल सकते हैं.