Swami Vivekananda Jayanti पर पढ़ें उनके अनमोल विचार

उठो और जागो और तब तक रुको नहीं  जब तक कि तुम अपना लक्ष्य प्राप्त नहीं कर लेते

जो तुम सोचते हो, वो बन जाओगे यदि तुम खुद को कमजोर सोचते हो, तुम कमजोर हो जाओगे अगर खुद को ताकतवर सोचते हो, तुम ताकतवर हो जाओगे

जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी

जब तक जीना, तब तक सीखना अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है

जब तक जीना, तब तक सीखना अनुभव ही जगत में सर्वश्रेष्ठ शिक्षक है संगति आप को ऊंचा उठा भी सकती है और यह आपको ऊंचाई से गिरा भी सकती है इसलिए संगति अच्छे लोगों से करें

ब्रह्मांड की सारी शक्तियां पहले से हमारी हैं वो हम ही हैं जो अपनी आंखों पर हाथ रख लेते हैं और फिर रोते हैं कि कितना अंधकार है

स्वामी विवेकानंद रामकृष्ण परमहंस के शिष्य थे और उन्होंने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी जो आज भी अपना काम कर रहा है

स्वामी विवेकानंद की वजह से ही भारत का आध्यात्मिकता से परिपूर्ण वेदान्त दर्शन अमेरिका और यूरोप के हर एक देश में पहुंचा

अमेरिका स्थित शिकागो में साल 1893 में आयोजित विश्व धर्म महासभा में विवेकानंद ने भारत की ओर से सनातन धर्म का प्रतिनिधित्व किया था