एविएशन इंडस्ट्री में कई तरह की नौकरियां होती हैं. कुछ लोग पायलट, एयर होस्टेस या फ्लाइट स्टीवर्ड के तौर पर हवाई जहाज में अपनी सेवाएं देते हैं.

तो वहीं कुछ एयरपोर्ट ग्राउंड स्टाफ के तौर पर एंप्लॉयड होते हैं. यह इंडस्ट्री काफी ग्लैमरस मानी जाती है और उन्हें देश-दुनिया में घूमने का मौका भी मिलता है.

लेकिन अगर आप एयर होस्टेस बनना चाहती हैं तो आपको इस क्षेत्र से जुड़ी हर बात की जानकारी होनी चाहिए. आइए जानते हैं. 

दरअसल, एयरलाइंस अपने-अपने हिसाब से नियम रखती हैं और वे ही सर्विस और रिटायरमेंट की शर्ते बनाती हैं.

पहले कई एयरलाइंस कंपनियां मैरिड लड़कियों को हायर नहीं करती थीं लेकिन अब यह स्थिति काफी हद तक बदल चुकी है.

अब शादीशुदा महिलाएं एयर होस्टेस बन सकती हैं और अपने हिसाब से शादी कर सकती हैं. उनकी शादी के समय को लेकर कई शर्त नहीं है.

अब कई एयरलाइंस ने महिलाओं को शादी करने और मां बनने की इजाजत दे दी है. हालांकि यह अभी भी पूरी तरह से कंपनी की पॉलिसी पर निर्भर करता है.

आपको बता दें कि एयर इंडिया वर्सेज नर्गेस मीर्ज़ा केस में सुप्रीम कोर्ट ने ऐसे नियमों को संवैधानिक नहीं माना था और इसे कई अधिकारों का उल्लंघन माना था. 

इसके बाद से अब भारत में एयर लाइंस शादी को लेकर कोई शर्त तय नहीं करती हैं.

वहीं, प्रेग्नेंसी में हेल्थ से जुड़े कारणों की वजह से कई एयरलाइंस उन्हें फ्लाइट में ड्यूटी नहीं देती है और उन्हें ग्राउंड सर्विस में लगाया जाता है. 

भारत में सिविल एविएशन डायरेक्ट्रेट के नियम के मुताबिक प्रेग्नेंसी में एयरहोस्टेस को 6 महीने की प्रेग्नेंसी लीव भी दी जाती है.