900 वर्ष तक ऐसे जिंदा रहते थे लोग, फिर कैसे कम हुई उम्र?

रूस में इन दिनों एक खबर काफी चर्चा में है. रूस के जेनेटिक इंस्टीट्यूट के चीफ ने एक अजीबो गरीब बयान दे दिया था, जिसने सभी को हैरान कर के रख दिया.

बयान में कहा कि एक समय था जब मनुष्य की आयु 900 वर्ष हुआ करती थी. हालांकि रूस में इस बात के सामने आते ही पूरे देश में बवाल मच गया.

दरअसल, रूसी सरकार ने अपने एक नामी जेनेटिक इंस्टिट्यूट के चीफ को उसके अजीबोगरीब बयान की वजह से बर्खास्त कर दिया है.

बताया जा रहा है कि जेनेटिक इंस्टिट्यूट के चीफ ने बहुत हैरान कर देने वाली बात कही है.

चीफ ने बताया कि मनुष्यों के छोटे होने की वजह उनके पूर्वजों की तरफ से किए गए पाप हैं.

इंस्टीट्यूट के चीफ ने दावा किया कि सातवीं पीढ़ी तक के बच्चे अपने पिता के पापों के लिए जिम्मेदार हैं. 

जहां मामले को लेकर मीडिया से जानकारी मिल रही है कि उनकी बर्खास्तगी इसी बयान के कारण हुई जबकि मंत्रालय ने इसका कोई कारण नहीं बताया है. 

हालांकि इस बयान के बाद रूस में स्थित प्रभावशाली ऑर्थोडॉक्स चर्च द्वारा धार्मिक भेदभाद बताया. वहीं इस बर्खास्तगी को लेकर सरकार की आलोचना हो रही है.

चीफ ने यह बयान 2023 में एक सम्मेलन में दिया था. चीफ के खिलाफ ये कार्रवाई रूस के विज्ञान और उच्च शिक्षा मंत्रालय की तरफ की गई है.