Paracetamol समेत 52 दवाओं के नमूने जांच में हुए फेल, देंखें लिस्ट
सर्वोच्च औषधि नियामक संस्था की जांच में 52 दवाओं के नमूने मानक गुणवत्ता के अनुरूप नहीं पाए गए, इनमें से 22 दवा हिमाचल की हैं.
हिमाचल की राज्य औषधि नियामकों ने संबंधित दवा कंपनियों को इस संबंध में नोटिस जारी किया है.
इन दवाओं में सबसे ज्यादा उपयोग की जाने वाली पैरासिटामोल, पैंटोप्राजोल और जीवाणु संक्रमण के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली कुछ एंटीबायोटिक दवाएं शामिल हैं.
केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) के मुताबिक बीते वर्ष में हिमाचल में बनने वाली लगभग 120 दवाओं के नमूने जांच मापदंडों में विफल रहे थे.
इन दवाओं की लिस्ट में दौरे और चिंता विकारों के इलाज में प्रयोग किए जाने वाली दवा क्लोनाजेपम टैबलेट भी शामिल है.
श्वसन रोगों के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली दर्द निवारक दवा टेल्मिसर्टन, एंब्रॉक्सोल भी इन 52 दवाओं की सूची में शामिल हैं.
CDSCO ने दवाओं के नमूने हिमाचल, हैदराबाद, जयपुर, गुजरात के वाघोडिया और वडोदरा, इंदौर, आंध्र प्रदेश और कुछ अन्य स्थानों से इकट्ठा किए थे.
सीडीएसीओ की जांच में 52 दवाएं गुणवत्ता परीक्षण में विफल रहीं, आशंका है कि अब इनके इस्तेमाल पर रोक लग सकती है.