मुइज्जू की शर्मनाक करतूत, भारतीय डॉक्टरों के साथ करना चाहता था ये काम?

मोहम्मद मुइज्जू की भारत के खिलाफ एक और चाल सामने आई है. हालांकि, इस बार मुइज्जू को मालदीव की सेना के विरोध के बाद अपने कदम वापस खींचने पड़े

मालदीव के राष्ट्रपति ने देश से भारतीय सैन्य अधिकारियों के साथ ही भारतीय सेना के डॉक्टरों को भी निकालने की योजना बनाई थी,

लेकिन मुइज्जू की अपनी सेना ने इसका विरोध किया, जिसके बाद मुइज्जू ने इरादा बदल दिया

मालदीव के मीडिया पोर्टल अधाधू ने इस बारे में जानकारी दी है. मोहम्मद मुइज्जू की इस योजना खुलासा ऐसे समय हुआ है,

जब मालदीव में तैनात सभी भारतीय सैन्य अधिकारी वापस लौट आए हैं. मालदीव से भारतीय सैनिकों की वापसी के लिए 10 मई की डेडलाइन तय की गई थी

अधाधू की रिपोर्ट के अनुसार, मालदीव की सरकार ने कहा है कि सेनाहिया में डॉक्टर के रूप में काम करने वाले सैनिकों को छोड़कर मालदीव से सभी भारतीय सैनिक चले गए हैं

सरकार ने बताया कि कुल 76 भारतीय सैन्य अधिकारी वापस गए हैं. शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में

विदेश मंत्री मूसा जमीर ने बताया कि पिछले तीन महीने में अलग-अलग छह तारीकों पर कुल 76 सैन्यकर्मी मालदीव छोड़ चुके हैं

विदेश मंत्री मूसा जमीर मालदीव में भारतीय सेना के डॉक्टरों की मौजूदगी को स्वीकार किया है और कहा कि वे सेनाहिया मिलिट्री अस्पताल में सितम्बर 2012 से काम कर रहे हैं

मालदीव नेशनल डिफेंस फोर्स  ने उनकी सहायता का अनुरोध किया था. मूसा ने कहा, 'अगर उनकी (सैन्य डॉक्टरों) मौजूदगी देश की आजादी को प्रभावित करती है

तो राष्ट्रपति का इरादा भारत सरकार से अनुरोध करके उन्हें हटाने का है, लेकिन फिलहाल इसकी कोई जरूरत नहीं है'