बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों के बाद शेख हसीना को सत्ता से बेदखल कर दिया गया है.
नोबेल पीस प्राइज विजेता मोहम्मद युनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार के गठन के साथ ही शेख हसीना और उनके करीबियों पर कार्रवाईयों का सिलसिला जारी है.
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने शेख हसीना के कार्यकाल के दौरान सांसदों को जारी किए गए सभी राजनयिक पासपोर्ट रद्द कर दिए हैं.
ये राजनयिक पासपोर्ट पूर्व प्रधान मंत्री शेख हसीना के कार्यकाल के दौरान सांसदों को जारी किए गए थें.
यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जब शेख हसीना देश में हाल ही में हुए आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों के दौरान गंभीर कानूनी अपराधों का सामना कर रही हैं.
शेख हसीना के खिलाफ बांग्लादेश में अबतक 44 आपराधिक मुकदमे दर्ज हो चुके हैं, जिसके चलते उनका डिप्लोमेटिक पासपोर्ट रद्द किया गया है.
लाल पासपोर्ट या राजनयिक पासपोर्ट एक प्रकार का पासपोर्ट है जो विशेष रूप से दूतावासों और वाणिज्य दूतावासों में काम करने वाले राजनयिकों के लिए होता है.
लाल पासपोर्ट बुकलेट में 28 पन्ने होते हैं. पासपोर्ट का लाल कवर राजनयिक स्थिति को दर्शाता है और धारक को विदेश यात्रा करते समय कुछ विशेषाधिकार देता है.
डिप्लोमेटिक पासपोर्ट रद्द होने से अब शेख हसीना दूसरे देशों की यात्रा नहीं कर पाएंगी.