Star Wars Weapons: उत्तर कोरिया का मुकाबला दक्षिण कोरिया अब इन हथियारों से करेगा
दुनिया के विभिन्न देशों के बीच हथियारों की होड़ खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. ये देश बड़े पैमाने पर हथियारों का निर्माण करने के साथ उनकी आपूर्ति भी करके अपनी ताकत दिखाने में लगे हुए है.
पिछले कुछ समय से दक्षिण कोरिया और उत्तर कोरिया के बीच तनाव में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, जिसे देखते हुए दक्षिण कोरिया ने एक खास तरह का हथियार तैनात करने की ओर कदम बढ़ा दिए हैं.
दक्षिण कोरिया की सैन्य खरीद एजेंसी के अनुसार, वह लेजर हथियारों (Laser Weapons) का बड़े पैमाने पर उत्पादन करने की योजना बना रहा है, जो कम लागत में उत्तर कोरिया द्वारा तैनात ड्रोन को मार गिरा सकते हैं.
Defense Acquisition Program Administration (DAPA) ने लेजर प्रोग्राम की घोषणा की, जिसे ‘Star Wars Project’ कहा जा रहा, जिसे Hanwha Aerospace नामक कंपनी के साथ विकसित किया गया है.
DAPA के एक अधिकारी ली सांग-यून ने बताया कि Block-I नाम का पहला लेजर सिस्टम इस साल सेना में तैनाती के लिए लगाया जाएगा.
लेजर अदृश्य और शोर-रहित होगा. अतिरिक्त गोला-बारूद के बिना यह पूरी तरह से बिजली पर काम करेगा, और प्रति शॉट केवल 2,000 Won (1.45 डॉलर यानी 121.17 रुपये) खर्च होगा. यह कथित तौर पर ड्रोन की बॉडी को पिघला देगा और अंदर के इलेक्ट्रॉनिक्स को भून कर रख देगा.
DAPA ने एक बयान में कहा कि नए हथियार सिस्टम से दक्षिण कोरिया की उत्तर कोरिया के ड्रोन उकसावे का जवाब देने की क्षमता में काफी वृद्धि होगी, जिसने परीक्षणों में अपने सभी लक्ष्यों को मार गिराया है.
संगठन ने कहा कि वह भविष्य में लेजर कार्यक्रम का विस्तार करने की भी योजना बना रहा है ताकि विमान और बैलिस्टिक मिसाइलों सहित बहुत बड़े लक्ष्यों को निशाना बनाया जा सके, जो संभावित रूप से ‘गेम चेंजर’ होगा.
इसके साथ ही दक्षिण कोरिया, अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और चीन के साथ उन देशों की श्रेणी में शामिल हो गया है, जो हवाई खतरों को मार गिराने के लिए लेजर हथियारों को विकसित करने और तैनात करने की होड़ में हैं.
दिसंबर 2022 में दक्षिण कोरिया ने कहा था कि उसने उत्तर कोरिया द्वारा भेजे गए पांच ड्रोनों को अपने हवाई क्षेत्र में घुसते हुए पाया, जिसके बाद उसने लड़ाकू जेट और हेलीकॉप्टर तैनात किए, लेकिन वह उनमें से किसी को भी मार गिराने में असफल रहा.
इस वर्ष दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा है, दक्षिण कोरिया ने जून में 2018 के सैन्य समझौते को पूरी तरह से निलंबित कर दिया है. जून महीने में उत्तर कोरिया ने सीमा पार कूड़े से भरे कई गुब्बारे दक्षिण कोरिया की तरफ भेजे थे.