एक ऐसा अनोखा देश, जहां आजादी के बाद से कभी नहीं हुआ इलेक्शन, जानें वजह
आज भारत में वन नेशन वन इलेक्शन की काफी चर्चा हो रही है. लेकिन दुनिया में एक ऐसा देश भी है जहां आजादी के बाद से अभी तक किसी भी तरह का चुनाव नहीं हुआ है.
बता दें कि यह देश पहले दूसरे देशों के अधीन रहा. ऐसे में इसने अपनी आजादी के लिए कई सालों तक लड़ाई लड़ी. स्वतंत्रता मिलने के बाद से अभी तक चुनाव ही नहीं हुए.
पूर्वोत्तर अफ्रीका में स्थित देश इरीट्रिया 1993 में इथोपिया से आजाद हुआ था तब से राष्ट्रपति इसाईस अफवर्की इस देश पर शासन कर रहे हैं.
अफवर्की की पीपल्स फ्रंट फॉर डेमोक्रेसी ऐंज जस्टिस देश की एकमात्र राजनीतिक पार्टी है.
इरीट्रिया में 1997 में राष्ट्रपति चुनाव कराने की तैयारी हुई थी लेकिन ऐसा संभव नहीं हो पाया था. साथ ही वहां कभी संविधान को भी लागू नहीं किया गया.
इसाईस अफवर्की 1966 में वे इथियोपिया से स्वतंत्रता की लड़ाई में शामिल हो गए और बाद में इरीट्रिया पीपुल्स लिबरेशन फ्रंट की स्थापना की और उसका नेतृत्व किया.
स्वतंत्रता के लिए 1993 के जनमत संग्रह के बाद उन्हें राष्ट्रपति और संसद का अध्यक्ष चुना गया जिससे उन्हें सरकार की कार्यकारी और विधायी दोनों शाखाओं पर नियंत्रण मिला.
इरीट्रिया एक पक्षीय राज्य और अत्यधिक इथियोपिया के साथ युद्ध के खतरे का हवाला देकर उचित ठहराने की कोशिश की है.
संघर्ष और गंभीर सूखे की लंबी अवधि ने इरीट्रिया की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया है और यह अफ्रिका के सबसे गरीब देशों में से एक बना हुआ है.