सुषमा स्वराज: बदल दी थी राजनीति की परिभाषा, 7 बार सांसद के रूप में की देश की सेवा

सुषमा स्वराज भेल ही आज हमारे बीच नहीं हैं लेकिन लोगों के दिलों में आज भी उनका नाम और उनकी छाप उतनी ही गहरी थी जैसा वह छोड़कर गई थीं. 

आज सुषमा स्वराज का जन्मदिन है. पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का जन्म 14 फरवरी 1952 को हुआ था.

साल 2019 में दिल का दौर पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई उन्हें सबसे अच्छे विदेश मंत्री के तौर पर जाना जाता है. 

सुषमा स्वराज वैसे तो मोदी सरकार के मंत्री थीं लेकिन उनकी पहचान पार्टी के नाम से नहीं बल्कि उनके काम से होती थी. 

वह एक ऐसी नेता थीं, जो अपनी दरियादिली और सहानुभूति के लिए जानी जाती थीं. वे हर महिला के लिए एक प्रेरणा हैं.

उन्होंने साल 1977 में हरियाणा सरकार में शिक्षा मंत्री के तौर पर पद ग्रहण किया. यह एक बड़ी उपलब्धि है कि मात्र 25 साल की उम्र में वह देश की सबसे कम उम्र की मंत्री बनीं.

इसके दो साल में साल 1979 में सुषमा स्वराज को भाजपा नेतृत्व ने पार्टी अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया. बाद में सुषमा सबसे कम उम्र की कैबिनेट मंत्री रहीं. 

भारतीय जनता पार्टी की शीर्ष नेताओं में शुमार रहीं सुषमा स्वराज की लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि वह 7 बार संसद की सदस्य के तौर पर चुनी गई.