अगर आप अपने छोटे बच्चों को मोबाइल जैसे ​इलेक्ट्रिक डिवाइसेस इस्तेमाल करने दे रहे हैं तो सतर्क हो जाएं.

दरअसल, यूरोपीय देश स्वीडन की सरकार ने बच्चों के मोबाइल फोन इस्तेमाल करने पर रोक लगाने का आदेश दे दिया है.

स्वीडन में हेल्थ एक्सपर्ट्स ने ये देखा था कि स्मार्टफोन का यूज बच्चों के लिए नुकसानदेह साबित हो रहा है, उनका स्वास्थ्य बिगड़ने का खतरा है.

स्मार्टफोन में खोए रहने से बच्चों की नींद पर भी बुरा असर पड़ता है, जबकि विज्ञान कहती है कि बच्चों को सोना ज्यादा चाहिए.

अब स्वीडन में 2 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए मोबाइल फोन और टीवी पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है, 2 साल से ऊपर के बच्चों के लिए स्क्रीन टाइम की लिमिट भी सेट कर दी है.

स्वीडन सरकार ने काउंसलिंग में स्पष्ट किया है कि बच्चों को टीवी और मोबाइल फोन समेत किसी भी ‘स्क्रीन’ के इस्तेमाल की अनुमति न दी जाए.

सरकार ने कहा है कि 2 से 5 साल तक के बच्चे दिन में अधिकतम 1 घंटा, जबकि 6 से 12 साल तक के बच्चे 2 घंटे ‘स्क्रीन’ फेस कर सकते हैं.

इसके अवाला 13 से 16 वर्ष की आयु के स्वीडिश बच्चे स्कूल के अलावा, औसतन रोजाना 5-6 घंटे ही मोबाइल या टीवी की ‘स्क्रीन’ देख सकेंगे.

रिसर्च के मुताबिक, ‘स्क्रीन’ के ज्यादा इस्तेमाल के कारण बच्चों और युवकों की नींद प्रभावित होती है, आंखों में ज्यादा दिक्कतें होने लगती हैं.

स्वास्थ्य एजेंसी ने यह भी सुझाव दिया है कि बच्चे सोने से पहले स्क्रीन का इस्तेमाल न करें और रात में फोन और टैबलेट को बेडरूम से बाहर रखें.