मुंबई हमले का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा भारत पहुंच चुका है.
AARIKA SINGH
उसे एनआईए की स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां पेशी के बाद उसे रिमांड पर लेकर हमले से जुड़े मामलों में पूछताछ की जाएगी.
इसके बाद तहव्वुर राणा को तिहाड़ जेल में भेजा जाएगा, जहां उसकी सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं.
गृह मंत्रालय ने तहव्वुर राणा के मामले में एडवोकेट नरेंद्र मान को विशेष सरकारी वकील नियुक्त किया है.
बुधवार देर रात गृह मंत्रालय ने एक नोटिफिकेशन जारी कर नरेंद्र मान को स्पेशल पब्लिक प्रॉसिक्यूटर नियुक्त किया है.
नरेंद्र मान का कार्यकाल तीन साल तक रहेगा, या फिर मुकदमे की सुनवाई पूरी होने पर स्वतः समाप्त हो जाएगा.
नरेंद्र मान देश के प्रतिष्ठित वकीलों में गिने जाते हैं और उन्होंने कई अहम मामलों में लोक अभियोजक के तौर पर पैरवी की है. साल 2018 में वह एसएससी पेपर लीक केस में भी अदालत में बहस कर चुके हैं.
अब नरेंद्र मान तहव्वुर राणा के खिलाफ मुंबई हमले से जुड़े मामले में सरकारी वकील के तौर पर कार्य करेंगे.
अक्टूबर 2009 में तहव्वुर राणा और डेविड हेडली को अमेरिकी एजेंसियों ने डेनमार्क के जाइलैंड्स-पोस्टेन अखबार के ऑफिस पर हमले की साजिश के आरोप में गिरफ्तार किया था. इसी जांच के दौरान मुंबई हमलों में उनकी संलिप्तता सामने आई.