31 साल से ये देश जिस सोने के उल्लू की कर रहा था तलाश, वो अब यहां मिला, जानें कैसे
उल्लू अगर दिख जाए तो माना जाता है कि घर में खुशियां आने वाली हैं. इसे मां लक्ष्मी का वाहन माना जाता है.
लेकिन फ्रांस में बीते 31 साल से सोने के एक उल्लू की तलाश हो रही थी. पूरा फ्रांस उस उल्लू को ढूंढने की कोशिश कर रहा था.
जगह- जगह खुदाई हो रही थी अब जाकर सोने के उल्लू को जमीन से खोदकर निकाला जा सकता है. इसके साथ ही ऐलान कर दिया गया है कि अब कहीं भी उल्लू को तलाशने की कोशिश कर रहे हैं उसे ढूंढा जा चुका है.
हालांकि इसके बाद भी लोग हैरान हैं कि जिस उल्लू को इतने दिनों में नहीं तलाशा जा सका वह अचानक कैसे मिल गया.
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, गुरुवार को डिस्कॉर्ड फोरम पर मिशेल बेकर नाम के एक शख्स ने लिखा हम ऑफिशियली कंफर्म करते हैं कि सुनहरे उल्लू को ढूंढ लिया गया है.
उसे जमीन के नीचे से खोदकर निकाला गया इसलिए अब किसी भी स्थान पर खुदाई करना व्यर्थ है आप कहीं भी इस खजाने की तलाश न करें.
हालांकि इस पोस्ट में यह नहीं बताया गया है कि उल्लू कहां मिला और इसे किसने खोजा. मिशेल बेकर से बात करने की कोशिश भी की गई लेकिन संपर्क नहीं हो सका.
दरअसल, फ्रांस के एक उपन्यासकार मैक्स वेलेंटाइन ने 23 अप्रैल, 1993 को एक सीक्रेट लोकेशन में सोने के उल्लू की पीतल वाली प्रतिकृति छिपा दी थी.
उन्होंने अपने नॉवेल में उल्लू तक पहुंचने का तरीका बताया था. इसके लिए उन्होंने 11 पहेलियां बताई थीं. इनमें कुछ मैथ्स के सवाल थे, कुछ शाब्दिक खेल और कुछ हिस्ट्री की बातें थीं.
उल्लू को तलाशकर लाने वाले को सोने का उल्लू इनाम में देने का ऐलान किया गया था. 2009 में जब मैक्स वेलेंटाइन की मौत हो गई तो मिशेल बेकर ने इस मुहिम की जिम्मेदारी संभाली.
तब से पूरा फ्रांस इस खजाने की तलाश कर रहा था. लोग अपने घरों के आगे-पीछे खुदाई करते थे. जंगलों में जाकर खुदाई करते थे, ताकि कहीं तो गोल्डन आउल मिल जाए.
खास बात, इस उल्लू के अंदर एक गुप्त संदेश भी छिपा था. कहा गया था जो भी इसे ढूंढकर लाएगा, उसे यह गुप्त संदेश दिखाना होगा.
कई लोग इतने पागल हो गए कि उल्लू को ढूंढने में आधी उम्र गवां दी. जबसे इसे ढूंढने की बात सामने आई है, लोग हैरान हैं. उसकी एक झलक देखना चाहते हैं.