गाजा में आम नागरिकों की मौत के चलते दुनिया में हर तरफ इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू की आलोचना हो रही है. 

अब वे अपने देश के अंदर भी विरोध का सामना कर रहे हैं. उनकी गठबंधन सरकार के मंत्री बेनी गैंट्ज ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. 

उन्होंने इस्तीफा देते हुए कहा एकता वास्तविक होनी चाहिए न कि युद्ध के नेतृत्व में गतिरोध को ढकने वाला एक छलावा. 

गैंट्ज़ ने वॉर कैबिनेट के सामने अपनी 6 शर्ते रखी थी और इनको पूरा करने के लिए 8 जून तक की समय सीमा दी थी, जोकि पूरी नहीं हो पाई हैं.

वॉर कैबिनेट के सामने गैंट्ज़ की पहली शर्त बंधकों को घर वापस लाना है. 

वहीं उनकी दूसरी शर्त हमास शासन को खत्म करना, गाजा पट्टी को असैन्य बनाना और गाजा की इजरायली सुरक्षा को कंट्रोल में लेना. 

गैंट्ज की तीसरी शर्त इजरायली कंट्रोल के साथ-साथ, अमेरिकी, यूरोपीय और फिलिस्तीनी सहित गाजा के लिए अंतरराष्ट्रीय नागरिक शासन सिस्टम बनाना, जो हमास और PA के अध्यक्ष अब्बास नहीं हों.

1 सितंबर तक उत्तर में रहने वाले इजराइलियों को उनके घरों में वापस लाना.

ईरान और उसके सहयोगियों के खिलाफ मोर्चा बनाना और पश्चिम के साथ गठबंधन बनाने के लिए एक व्यापक कोशिश के रूप में सऊदी अरब के साथ रिश्तों को आगे बढ़ाना.

सैन्य/राष्ट्रीय सर्विस के लिए एक रूपरेखा तैयार करना, जिसके जरिए सभी इजराइली देश की सेवा करें और राष्ट्र के लिए योगदान दें.