दुनिया का इकलौता 'नर' जीव जो गर्भ में पाल सकता है बच्चे, जानें कैसे होती है प्रक्रिया?
माँ बच्चे को बहुत दिनों तक अपने गर्भ में रखकर और एक निश्चित अवधि के बाद भीषण पीड़ा सहकर उसे संसार की रोशनी दिखाती है.
हालांकि आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि जानवर के मामले में एक ऐसा जीव भी है, जिसमें नर गर्भधारण करता है.
दुनिया में कई पक्षियों की प्रजातियाँ हैं जिनमें नर अंडे की रखवाली करने, फिर चूजों के लिए भोजन इकट्ठा करने और उन्हें जीवित रखने के लिए जिम्मेदार होते हैं लेकिन शायद ही कभी कोई नर अपने पेट में बच्चे पालते हैं.
इनके शरीर की संरचना भी अनोखी होती है. इस संरचना के कारण, बच्चे पैदा करने और पालन-पोषण की ज़िम्मेदारी महिलाओं से पुरुषों पर स्थानांतरित हो जाती है.
सबसे पहले, मादा पशु अंडे को नर पशु के पेट में स्थानांतरित करती है. इसके लिए समुद्री घोड़े के पेट में विशेष थैली होती है, जहां वह अंडे दे सकती है.
अंडे नर के शरीर में ही निषेचित होते हैं. यह सुनिश्चित करता है कि अंडों को एक निश्चित अवधि के लिए पोषक तत्वों की आपूर्ति की जाती है और चूजों को कीटाणुओं से बचाने के लिए सभी उपाय किए जाते हैं.
समुद्री घोड़ों को अंडे सेने में दो से चार सप्ताह लगते हैं. एक समुद्री घोड़ा एक बार में 50 से 1,000 बच्चों को जन्म देता है.
यह प्रसव पीड़ा 12 घंटे तक रहती है. जन्म के दो से तीन सप्ताह बाद चूज़े समुद्र में तैरते हैं. इस समय शिकारियों द्वारा पकड़े जाने का डर अधिक रहता है. ऐसे में एक हजार में से केवल एक समुद्री घोड़े का चूजा ही बड़ा हो पाता है.
दूसरी ओर, पाइपफिश के मामले में पैटर्न थोड़ा अलग है. उनके चेहरे और छोटे शरीर समुद्री घोड़ों से मिलते जुलते हैं, लेकिन ज़रा लंबे होते हैं.
समुद्री घोड़ों की तरह, मादा पाइपफ़िश नर की प्रजनन थैली में अंडे देती है. अंडे थैली में निषेचित होते हैं और दो सप्ताह तक नर के पेट में रहते हैं. उसके बाद बच्चा बाहर आ जाता है.
नर पाइपफिश अपने ब्रूड पाउच में 5 से 40 बच्चों को ले जा सकता है. प्राणी जगत में केवल एक ही ऐसा परिवार है. सिग्नैथिडे परिवार से संबंधित मछलियों के एक समूह में, नर संतान पैदा करते हैं.
इन्हें मुख्य रूप से समुद्री घोड़े, पाइप फिश या समुद्री ड्रैगन कहा जाता है. ये जानवर कमोबेश दुनिया भर के समुद्री इलाकों में पाया जाता है.