बरसात में फेफड़ों में भर सकता है गंदा पानी
जिन लोगों के फेफड़े कमजोर होते हैं, उन्हें निमोनिया का खतरा ज्यादा होता है.
बारिश में निमोनिया के लक्षण बलगम वाली खांसी, बुखार, सांस फूलना, तेज-तेज सांस लेना, सीने में भारीपन आदि
निमोनिया फेफड़ों की एक बीमारी है, जिसे नेचुरल ड्रिंक से ठीक किया जा सकता है.
कई रोगाणु निमोनिया का कारण बन सकते हैं. इसमें सबसे आम वो बैक्टीरिया और वायरस हैं.
कॉफी के अंदर कैफीन होता है, जो सांस की नली को रिलैक्स करता है.
हल्दी में एंटी-इंफ्लामेटरी, एंटी माइक्रोबियल और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं.
अदरक का सेवन करने पर दर्द से राहत मिलती है हल्दी की तरह इसमें भी एंटीबैक्टीरियल होती हैं.
मेथीदाना खाने से शरीर ज्यादा पसीना बहाने लगता है इसलिए इसकी चाय बुखार में पीने की सलाह दी जाती है.
आप पेपरमिंट टी का सेवन करके इस गंदगी को बाहर निकाल सकते हैं.