हनुमान जी की नाभि से निकला जल मिटाता है रोग! अद्भुत है ये मंदिर

श्रीराम भक्त हनुमान को कलयुग का देवता भी कहा गया है. हनुमान जी के बारे में यह भी कहा जाता है कि वह कलयुग में भी वास करते हैं.

मान्यता है कि हनुमान जी अपने भक्तों से बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और उनके सभी संकट दूर कर देते हैं.

इसलिए हनुमान जी को संकटमोचन भी कहा जाता है. भारत में हनुमान जी का एक ऐसा मंदिर है, जहां लोग अपने रोगों से मुक्ति पाने के लिए जाते हैं.

हनुमान जी का यह मंदिर मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में स्थित है जिसका नाम जामसांवली मंदिर है.

यह मंदिर लगभग 100 साल पुराना है और 22 एकड़ भूमि पर बना है.

इस मंदिर में रोजाना बहुत से भक्त हनुमान जी के दर्शन के लिए आते हैं, लेकिन मंगलवार और शनिवार के दिन भक्तों की संख्या और बढ़ जाती है.

इस मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति एक विशाल पीपल के पेड़ के नीचे विश्राम अवस्था में है.

मान्यता है कि जब रावण के खिलाफ युद्ध में लक्ष्मण घायल हो गए थे और हनुमान जी को संजीवनी बूटी लेने के लिए भेजा गया था, तब लौटते समय हनुमान जी ने यहां विश्राम किया था.

सोते हुए हनुमान जी की मूर्ति की लंबाई 18 फीट है और उनके सिर पर चांदी का मुकुट है.

इस मंदिर में हनुमान जी की मूर्ति की नाभि से लगातार जल की धारा बहती हैं. यह धारा कहां से आती है किसी को भी नहीं पता है.

मान्यता है कि हनुमान जी की मूर्ति की नाभि से जो जल बहता है वह बहुत चमत्कारी है. इस जल में त्वचा और मानसिक रोगों को ठीक करने की चमत्कारी शक्ति है.