इस देश में होते हैं 72 मौसम? यहां जानें क्या हैं इनके अलग-अलग नाम
ये 24 मौसम को ‘3 को’ में बांट दिए जाते हैं, जो कुल ‘72 को’ में बन जाते हैं. ये ‘को’ का मतलब है माइक्रो सीजन
एक ‘को’ 5 दिन का रहता है, ये मौसम जापान के इकोसिस्टम को संगीत की तरह दिखाता है
ये हर मौसम उस समय की प्राकृतिक दुनिया में हो रहे वास्तविक घटनाओं से जुड़ा है,, जैसे गेहूं का पकना, या बांस के अंकुरों का फूटना
ऐसे में जापान में ये माना जाता है कि कुछ दिन में नया मौसम आता है और लोगों के लिए एक नया मौका लेकर आता है
जापानी के माइक्रो सीजन को छठी शताब्दी के बीच में कोरिया से अपनाया गया था. हर माइक्रो सीजन को दिए गए नाम ओरिजनल रूप से उत्तरी चीन में जलवायु और प्राकृतिक परिवर्तनों से लिए थे
एक बार एक खगोलशास्त्री ने जलवायु और प्रकृति के साथ मौसम को सही रूप से पुकारने का बीड़ा उठाया
हालांकि उसके बाद मॉडर्न कैलेंडर आए और पुरानों को खत्म कर दिया गया, लेकिन आज भी यहां के किसान मछुआरे, जैसे लोग पुराने कैलेंडर नहीं मानते
जापान के 24 सेक्की (उनकी भाषा) यानी मौसम इस तरह हैं - रिशुन, उसुई, रिक्का, शोमन, सोको, रिट्टो, शोशेट्सू, तायसेट्सू, तोजी, शोकान, दैकान, बोशू, गेशी, शोशो (कम गर्मी),
तायशो, रिशू, शोशो (पहले से ज्यादा गर्म), हाकुरो, शुबुन, कानरो, केचिट्सु, शुनबुन, सेमी, कोकू. इन मौसमों को 3 भागों को बांट दिया गया है, जिसमें पूरे 72 मौसम हैं