यूपी के इस गांव में है अनोखा मंदिर, जहां कुत्ते की होती है पूजा, रोचक है कहानी
उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा वेस्ट के चिपियाना बुजुर्ग गांव में आज भी एक कुत्ते की पूजा की जाती है. इसके पीछे की कहानी जिसने भी सुनी वह हैरान रह गया.
इसका सच जानने के लिए लोकल 18 की टीम ग्रेटर नोएडा के चिपियाना बुजुर्ग गांव पहुंची.
वहां के ग्रामीणों ने जब इसके पीछे की कहानी बताई तो काफी हैरान करने वाली थी. ग्रामीणों ने यह भी बताया कि इस मंदिर में कुत्ते की पूजा करने की पीछे बड़ी वजह है.
सभी भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी हो जाती है और अगर किसी को कुत्ता काट लेता है, तो वह नहा धोकर कुत्ते के मंदिर में दर्शनकर धूप बत्ती करने से ही वह ठीक हो जाता है.
अब आपको बताते हैं कि इस वफादार कुत्ते की कहानी, जिसको जिसने भी सुना वह हैरान रह गया.
ग्रामीणों ने बताया कि लक्खा बंजारा नाम का एक गरीब इस गांव मे रहता था. जिसने अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए गांव के ही एक सेठ से काफी पैसे ले लिए थे.
उसके बाद वह पैसा नहीं चुका पाया और उसने अपने पालतू कुत्ते को सेठ के यहां गिरवी रख दिया.
इसके बाद एक दिन सेठ के घर में चोरी हुई, लेकिन कुत्ते की वजह से चोर सामान को नहीं ले जा सके और सेठ का लाखों रुपए का समान बच गया.
जब इस बात की जानकारी सेठ को हुई तो सेठ ने कुत्ते पर खुश होकर उसको आजाद कर दिया और उसके गले मे एक पत्ता बाध दिया.
तभी उसके पुराने मालिक लक्खा बंजारा को उसका पालतू कुत्ता दिखा. लक्खा बंजारा को लगा कि उसके कुत्ते ने गद्दारी की.
इसलिए लक्खा बंजारा ने अपने कुत्ते को गोली से मार दिया. जिससे वफादार कुत्ते की मौके पर मौत हो गई.
जब लक्खा बंजारा गोली मारने के बाद कुत्ते के करीब पहुंचा, तो देखा कि उसके गले में पट्टा बंधा हुआ है और उसमें सेठ ने उसकी वफादारी देखते हुए उसे आजाद कर दिया.
उसके बाद लक्खा बंजारा को बड़ा पछतावा हुआ. उसने पास के तालाब में वफादार कुत्ते को दफना दिया. उसके बाद उसके नाम का मंदिर बनवाया. जहां पर एक उसकी मूर्ति लगवाई गई. तब से उसकी पूजा की जाती है.