सिक्किम की इन 5 झीलों को माना जाता है पवित्र, बेहद खूबसूरत है यहां का नजारा

सिक्किम की गुरुडोंगमार झील को मीठे पानी की झील कहा जाता है. ये झील जमीन से 5210 मीटर की ऊंचाई पर है

विश्व की सबसे ऊंची झीलों में से एक गुरुडोंगमार झील भी है. कंचनजंगा की पहाड़ियों के उत्तर-पूर्व में गुरुडोंगमार झील स्थित है

त्सोंगमो झील को सिक्किम के लोग पवित्र झील मानते हैं, क्योंकि मौसम बदलते ही इस झील का रंग भी बदल जाता है. ये झील सिक्किम घूमने गए लोगों के लिए मस्ट विजिट प्लेस की लिस्ट में जरुर होती है

सिक्किम में बोटिंग का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो आप लंपोखारी झील घूमने जरुर जाएं. इस झील में पैडल बोटिंग होती है और यहां के लोकल लोग इसे अरितार झील भी कहते हैं

ये झील समुद्र तल से 1402 मीटर ऊंची है. सिक्किम की सबसे पुरानी झील लंपोखारी गंगटोक से दूर है यहां जाने के लिए आपको गंगटोक से 3 घंटे का समय लग जाएगा

सिक्किम की त्सो ल्हामो झील, इस झील पर अगर आप घूमना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले सेना की परमिशन लेनी होगी

त्सो ल्हामो झील घूमना उन लोगों के लिए ज्यादा मज़ेदार रहेगा जिन्हें एकांत में रहना पसंद होता है और वो प्राकृति की सुंदरता के फैन हैं

सिक्किम की खेचेओपलरी झील, खेचेओपलरी दो शब्दों से बना है जिसका मतलब है उड़ने वाले फरिश्तों का महल यानि देवताओं के रहने की जगह तो आप अब इसके नाम के अर्थ से ही समझ गए होंगे कि ये झील कितनी खूबसूरत होगी

अगर आपको ध्यान में बैठना पसंद है तो आप यहां ध्यान लगाकर घंटो बैठ सकती हैं यहां पर आपको कोई भी परेशान नहीं करेगा।