ये हैं भारत के 7 सबसे सुंदर 'Waterfall', जिनकी खूबसूरती मोह लगी मन

आज हम जिन वॉटरफॉल्‍स के बारे में आपको बताने जा रहे हैं, यह वैसी ही जगह हैं. इनकी खूबसूरती आपका मन मोह लेगी. 

कुछ तो विश्वविख्‍यात नियाग्रा वॉटरफाल्‍स को भी टक्‍कर देते नजर आते हैं. गर्मी के इस मौसम में आप भी यहां घूमने का प्‍लान बना सकते हैं.

गोवा का नाम जेहन में आते ही समुद्र से उठती लहरें, पार्टियों से गुलजार बीच नजर आने लगते हैं. लेकिन यहां का दूधसागर वॉटरफॉल अगर आपने देख लिया तो मन मोहित हो जाएगा.

साउथ गोवा में स्थित यह वॉटरफॉल सबसे ऊंचे झरनों में से एक है. इसकी ऊंचाई 310 मीटर है. दूर से देखने पर लगेगा कि दूध की कई नदियां एक साथ बह रही हैं.

मध्‍य प्रदेश के जबलपुर में स्थित भेड़ाघाट वॉटरफॉल अनोखा है. यहां संगमरमर की 100-100 फुट ऊंची चट्टानों के बीच से मां नर्मदा नदी बहती है. 

केरल का अथिरापल्ली झरना बेहद खूबसूरत और शानदार. 80 फीट ऊंचा और 330 फीट चौड़ा यह वॉटरफॉल भारत का नियाग्रा वॉटरफॉल कहलाता है. नीचे जहां पानी गिरता है, वहां किसी को नहाने की अनुमति नहीं है.

कर्नाटक के श‍िमोगा में स्‍थ‍ित जोग वॉटरफॉल अद्भुत है.यह भारत का दूसरा सबसे ऊंचा वॉटरफॉल है. यहां 829 फीट की ऊंचाई से पानी नीचे गिरता है. 

मेघालय के चेरापूंजी में स्थित नोहकलिकाई वॉटरफॉल भारत का सबसे ऊंचा डुबकी वाला वॉटरफॉल है. यहां 1115 फीट की ऊंचाई से पानी गिरता है और पूरा इलाका हरे-भरे जंगलों से घिरा हुआ है. 

शिवानासमुद्र वॉटरफॉल कर्नाटक के चामराजनगर जिले में है. कावेरी नदी का पानी यहां ऐसे गिरता है जैसे कटोरे से पानी बहाया जा रहा हो. देखने में यह किसी मह‍िला के गले का हार नजर आता है. 

छत्तीसगढ़ का चित्रकूट वॉटरफॉल. बस्तर जिले में इन्द्रावती नदी पर बने इस झरने की ऊंचाई 90 फीट है. बार‍िश के दिनों में यह रक्त लालिमा लिए हुए होता है, तो गर्मियों की चांदनी रात में यह बिल्कुल सफेद नजर आने लगता है.