ये हैं तिरुपति बालाजी मंदिर के वो अद्भुत 'चमत्कार', जिनके आगे साइंस भी फेल
तिरुपति बालाजी मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध और रहस्यमयी धार्मिक स्थलों में से एक है. यहां लोग भगवान श्री वेंकटेश्वर की मूर्ति का दर्शन करने आते हैं.
वहीं इस मंदिर से जुड़ी कई अद्भुत घटनाओं ने लोगों को चमत्कारी प्रतीत होने पर मजबूर किया है.
मंदिर के बारे में कुछ ऐसे रहस्य हैं जो आज भी विज्ञान को चुनौती देते हैं.
कहा जाता है कि भगवान वेंकटेश्वर की मूर्ति पर असली बाल होते हैं, जो कभी उलझते नहीं हैं. ये एक अनोखा चमत्कार है, जिसे विज्ञान भी नहीं समझ पाया है.
साथ ही भगवान की मूर्ति को अंदर और बाहर से देखने पर अलग-अलग दिशा में रखी दिखाई देती है, जो एक और रहस्य है.
मंदिर में भगवान की मूर्ति से पसीना निकलता है और पसीने की बूंदें साफ देखी जा सकती हैं. इस कारण से मंदिर का तापमान नियंत्रित रखा जाता है.
इसके अलावा मंदिर में एक दीया हमेशा जलता रहता है और चौंका देने वाली बात ये है कि इस दीपक में कभी भी तेल या घी नहीं डाला जाता.
जब आप भगवान की मूर्ति के पास कान लगाकर सुनते हैं, तो समुद्र की लहरों की आवाज सुनाई देती है. ये भी कहा जाता है कि भगवान की मूर्ति हमेशा नम रहती है.
इन चमत्कारी घटनाओं के कारण तिरुपति बालाजी मंदिर को धार्मिक आस्था का केंद्र माना जाता है और यहां आने वाले भक्तों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही है.