ये हैं देश के ऐसे वित्त मंत्री, जो पेश नहीं कर पाए थे बजट, जानें वजह
केंद्र वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को केंद्र की मोदी सरकार के तीसरे कार्यकाल का बजट किया था.
लेकिन क्या आप जानते हैं भारत के ऐसे वित्त मंत्रियों के बारे में जो Finance Minister तो रहे, लेकिन बजट पेश नहीं कर पाए.
इनमें पहला नाम केसी नियोगी का है, जबकि दूसरा नाम एच एन बहुगुणा का है.
ऐसे में आइए जानते हैं कि ऐसा क्या हुआ कि ये दोनों पूर्व वित्त मंत्री अपने कार्यकाल में बजट पेश नहीं कर सके.
तो पहला नाम आता है कि पूर्व वित्त मंत्री क्षितिश चंद्र नियोगी का, जो फाइनेंस मिनिस्टर के पद पर तो रहे, लेकिन देश का आम बजट पेश नहीं कर सके.
दरअसल, वे महज 35 दिनों तक साल 1948 में वित्त मंत्री के पद पर रहे थे, उन्होंने आरके शणमुखम शेट्टी की जगह ये जिम्मेदारी संभाली थी.
लेकिन उन्होंने 35 दिन बाद ही अपनी इस्तीफा सौंप दिया था. इस अवधि में उन्हें बजट पेश करने का मौका नहीं मिल सका.
बजट पेश न कर पाने वाले वित्त मंत्रियों की लिस्ट में अगला नाम आता है हेमवती नंदन बहुगुणा का, जिन्होंने इस पद को संभाला लेकिन आम बजट पेश करने का मौका उन्हें भी नहीं मिल पाया.
बहुगुणा के साथ भी केसी नियोगी जैसी ही स्थिति बनी, क्योंकि उनका कार्यकाल भी महज साढ़े पांच महीने का रहा.
हेमवती नंदन बहुगुणा साल 1979 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की सरकार में वित्त मंत्री बने थे, लेकिन उनके कार्यकाल के दौरान भी बजट पेश नहीं हो सका.