ये हैं दुनिया के सबसे डरावने रेलवे ट्रैक, नहीं देख पाएंगे खिड़की से बाहर
भारत- चेन्नई और रामेश्वरम को जोड़ने वाला चेन्नई-रामेश्वरम रेलवे ट्रैक दुनिया में सबसे खतरनाक रेलवे ट्रैक माना जाता है. दरअसल, ये ट्रैक हिंद महासागर के ऊपर बना हुआ है, जो कि 2.3 किमी लंबा है.
ये रेलवे ट्रैक उस समय सबसे ज्यादा खतरनाक बन जाता है, जब समुद्र का जल स्तर बढ़ जाता है और तेजी से आने वाली लहरें ट्रेन को आगे बढ़ने में रुकावटें पैदा करती हैं.
सल्टा पोलवेरिलो ट्रैक, अर्जेंटीना- साल्टा को चिली पोलवेरिलो से जोड़ने वाला 217 किमी लंबा ये ट्रेन मार्ग, अर्जेंटीना में बना हुआ है. साल 1948 में इस ट्रैक को खोला गया था, जिसका निर्माण कार्य 27 सालों तक चला था.
ये रेलवे ट्रैक 4,200 की ऊंचाई पर स्थित है, सफर के दौरान ट्रेन 29 पुलों और 21 सुरंगों को पार करती है, जिसकी वजह से ये सफर खतरनाक लगता है.
डेविल्स नोज़, इक्वाडोर- नोज़ ऑफ़ द डेविल इक्वाडोर को नरीज डेल डियाब्लो के नाम से जाता है. ये ट्रैक समुद्र के तल से 9000 फीट की ऊंचाई पर मौजूद है.
ये ट्रैक दुनिया का तीसरा सबसे खतरनाक ट्रैक माना जाता है, क्योंकि इस ट्रैक पर ट्रेन एक खतरनाक पहाड़ी से होकर गुजरती है.
एसो मियामी रूट, जापान- मिनामी-एसो मार्ग जापान दुनिया की चौथी सबसे खतरनाक रेलवे लाइनों में आता है. 2016 में कुमामोटो में आए एक भूकंप में ट्रैक का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था.
तभी से इसका उपयोग कम हो गया है, लेकिन जब भी कोई ट्रेन यहां से गुजरती है तो उसमें बैठे यात्रियों का हाल बुरा होता है, क्योंकि इसके आसपास ज्वालामुखी की सक्रियता है और ये माउंट एसो से होकर गुजरता है.
व्हाइट पास और युकोन रूट, अलास्का- व्हाइट पास और युकोन रूट अलास्का से व्हाइटहॉर्स, युकोन बंदरगाह को जोड़ता है,
इसपर सफर करने के दौरान ट्रेन 3000 फुट की चढ़ाई करती है. ऐसे में इसे खतरनाक माना जाता है.