पोपोकटेपेटल, मैक्सिको यह ज्वालामुखी 5,452 मीटर ऊंचा है और अत्यधिक सक्रिय ज्वालामुखियों में से एक है. यह मैक्सिको सिटी से दक्षिणपूर्व में करीब 70 किलोमीटर दूर है.
कोलिमा ज्वालामुखी, मैक्सिको यह माना जाता है कि यह मैक्सिको का सबसे सक्रिय ज्वालामुखी है. इसकी ऊंचाई 3280 मीटर है और जलिस्को और कोलिमा की सीमा पर स्थित है.
तुरीआल्बा ज्वालामुखी, कोस्टा रिका कोस्टा रिका के बीचों बीच ये ज्वालामुखी स्थित है. यह कैलिफोर्निया के सैन जोस शहर के करीब 60 किलोमीटर दूर है.
ग्लैरस, कोलंबिया यह कोलंबिया का सबसे सक्रिय ज्वालामुखी माना जाता है. यह नरिनो में स्थित है.
नेवादो देल रुइज, कोलंबिया ये कोलंबिया का दूसरा सक्रिय ज्वालामुखी है. कोलंबिया के वैज्ञानिकों के मुताबिक ये लगातार सक्रिय रहता है यह 5,364 मीटर ऊंचा है और देश के कॉफी क्षेत्र में स्थित है.
कोटोपाक्सी, इक्वाडोर कोटोपाक्सी 5,897 मीटर ऊंचा ज्वालामुखी है, जो देश की राजधानी क्विटो से करीब 50 किलोमीटर दूर स्थित है.
उबिनस, पेरू यह पेरू का सबसे सक्रिय ज्वालामुखी है, जिसकी सख्त निगरानी की जाती है. साल 2006 से 2009 के बीच इसमें अधिक सक्रियता दर्ज की गई थी.
विलरिका, चिली चिली में करीब 95 सक्रिय ज्वालामुखी है, उनमें से विलरिका 1847 मीटर ऊंचा है और यह सबसे सक्रिय ज्वालामुखी माना जाता है.
कलब्यूको, चिली चार दशक के बाद 2015 में कलब्यूको फटा था. फटने की पहले से उम्मीद नहीं थी. इसके फटने के बाद सरकार ने रेड अलर्ट जारी किया था.