जन्नत से कम नहीं हैं भारत के ये खूबसूरत गांव, एक बार जरूर करें विजिट
स्मित गांव मेघालय की राजधानी शिलांग से करीब 11 किलोमीटर दूर पहाड़ों पर बसा है. यह गांव कुदरत की खूबसूरत चादर ओढ़े हुए नजर आता है
भारत के इस खूबसूरत गांव को प्रदूषण मुक्त गांव का दर्जा भी मिला हुआ है. स्मित गांव की खूबसूरती देखते ही बनती है. स्मित के लोग सब्जी और मसाले की खेती करते हैं
मावलिनॉन्ग शिलॉन्ग से करीब 90 किमी दूरी पर बसा छोटा सा गांव है. इस गांव को एशिया के सबसे साफ गांव का दर्जा भी प्राप्त है
प्राकृतिक सुंदरता से सराबोर इस गांव की खूबसूरती देखते ही बनती है. यहां पर एशिया का सबसे मशहूर रूट ब्रिज भी है
खोनोमा गांव कोहिमा से 20 किलोमिटर की दूरी पर स्थित है. यहां की हरी-भरी वादियां आकर्षित करने का काम करती हैं. बता दें खोनोमा को एशिया का सबसे पहला हरा-भरा गांव घोषित किया गया है
मिरिक दार्जिलिंग के पश्चिम में समुद्र तल से लगभग 4905 फीट की ऊंचाई पर स्थित एक छोटा सा खूबसूरत गांव है. यहां के प्राकृतिक नजारे मन मोह लेते हैं
यहां पर स्थित मिरिक झील इस गांव की खूबसूरती में चार चांद लगाने का काम करती है. आपको बता दें मिरिक झील देवदार के पेड़ों से घिरी है
हिमाचल की कुल्लू घाटी के उत्तर में पार्वती घाटी की चंद्रखानी की हरी-भरी वादियों में खूबसूरत मलाना गांव स्थित है.
इस गांव की खूबसूरत पहाड़ियों के नजारे देखते ही बनते हैं. मलाना गांव मलाना नदी के किनारे पर बसा है