पालतू जानवरों से भी हो सकती हैं ये जानलेवा बीमारियां, जानें

खरगोशों में मौजूद फ्रांसिसेला टुलारेंसिस बैक्टीरिया बुखार, सिरदर्द, गले में खराश और निमोनिया की वजह बनता है. इससे जान तक जा सकती है

ब्रुसेला कैनिस बैक्टीरिया कुत्तों की लार, यूरिन और प्राइवेट पार्ट्स से रिसने वाले फ्लूइड में होता है, जो महीनों तक पॉटी, कपड़े, पानी में पड़ा रहता है

इस बैक्टीरिया के इंफेक्शन से बुखार, सिरदर्द, कमजोरी, वजन कम होने, मेनिन्जाइटिस, हेपेटाइटिस और दिल के रोग हो सकते हैं

लेप्टोस्पायरोसिस बैक्टीरिया गिलहरियों, चूहों, छूछूंदर के यूरिन में होता है. इससे लेप्टोस्पायरोसिस नाम की बीमारी हो सकती है

टेटनस जानलेवा बैक्टीरिया है इसकी वजह से मांसपेशियों में ऐंठन होने लगती है, शरीर को लकवा मार जाता है

बिल्लियों के पंजों से लगी खरोंच के जरिए बार्टोनेला बैक्टीरिया स्किन के अंदर पहुंच जाता है

बार्टोनेला के इंफेक्शन से गर्दन, पीठ, सिर और हडि्डयों में दर्द के साथ ही बुखार व शरीर पर दाने की समस्या हो सकती है

जिआर्डिएसिस पैरासाइट गाय, भेड़ और चूहों में पाया जाता है. इसके इंफेक्शन से दस्त, थकान, ऐंठन, गैस जैसी समस्याओं से जूझना पड़ता है

पशु-पक्षियों में मौजूद वेस्ट नाइल वायरस के इंफेक्शन से बुखार, सिरदर्द, बदन दर्द, मेनिन्जाइटिस और दिमाग में सूजन तक हो सकती है