गलती से भी ये लोग न देखें होलिका दहन, हो सकता है भारी नुकसान!
होलिका दहन को लेकर कई धार्मिक मान्यताएं प्रचलित हैं. इसे बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है.
लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ लोगों के लिए इसे देखना अशुभ हो सकता है? ऐसा करने से जीवन में नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
सदियों पुरानी मान्यताओं के अनुसार, कुछ खास परिस्थितियों में होलिका दहन को देखने से जीवन में नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
आखिर कौन हैं वे लोग जिन्हें इससे दूरी बनानी चाहिए? क्या यह सिर्फ एक अंधविश्वास है या इसके पीछे कोई गहरी मान्यता छिपी है? आइए, जानते हैं.
नई दुल्हन – शादी के बाद पहली बार किसी नवविवाहित स्त्री को होलिका दहन देखना अशुभ माना जाता है. इससे वैवाहिक जीवन में समस्याएं आ सकती हैं.
सास-बहू – मान्यता है कि सास और बहू को एकसाथ होलिका दहन नहीं देखना चाहिए. ऐसा करने से उनके रिश्तों में तनाव आ सकता है.
गर्भवती महिलाएं – गर्भवती महिलाओं को होलिका दहन देखने और उसकी परिक्रमा करने से बचना चाहिए. ऐसा करने से शिशु पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
इकलौती संतान के माता-पिता – जिनके पास सिर्फ एक ही संतान है, उन्हें भी होलिका दहन देखने से बचना चाहिए. ऐसा करने से संतान पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है.
नवजात शिशु – छोटे बच्चों को होलिका दहन स्थल पर नहीं ले जाना चाहिए. मान्यता है कि इससे उनकी सेहत और भविष्य पर नकारात्मक असर हो सकता है.
होलिका की अग्नि नकारात्मक शक्तियों का नाश करने वाली मानी जाती है. हालांकि, कुछ लोगों को इससे दूरी बनानी चाहिए. यह परंपरा प्राचीन समय से चली आ रही है.