भारत-पाक बंटवारे में इस किताब के भी हुए थे दो हिस्से, जानिए क्यों?
भारत को आजादी मिलने के बाद मुसलमानों ने अलग देश की मांग की. जिसके बाद देश का बंटवारा हुआ और एक अलग राष्ट्र बना पाकिस्तान.
बंटवारे में सिर्फ भारत के दो टुकड़े नहीं हुए थे, बल्कि उन सभी चीजों का भी बंटवारा हुआ, जो देश की संपत्ति थी.
पाकिस्तान ने हर चीज में आधा हिस्सा मांगा और वाजिब तौर पर उन्हें दिया भी गया.
पाकिस्तान ने उन चीजों का भी बंटवारा किया, जो भारत में सिर्फ एक ही मौजूद थी.
ऐसे में एक किताब थी, जिसका नाम एनसायक्लोपीडिया ऑफ ब्रिटेनिका है, उसमें भी पाकिस्तान ने अपना हिस्सा मांगा.
पाकिस्तान जिद पर अड़ गया कि उसे इस किताब में आधा हिस्सा चाहिए. ऐसे में एनसायक्लोपीडिया ऑफ ब्रिटेनिका के दो हिस्से किए गए. जिसमें से आधा हिस्सा पाकिस्तान लेकर चला गया और आधा आज भी भारत के पास मौजूद है.
दरअसल, इस किताब कि सिर्फ एक प्रति थी और दोनों ही देश इसे छोड़ना नहीं चाह रहे थे. इसलिए इसे दो हिस्सों में करना पड़ा.
इस किताब को लेकर विजयलक्ष्मी बालाकृष्णनन ने अपनी बुक Growing Up and Away: Narratives of Indian Childhoods: Memory, History, Identity' में भी जिक्र किया है.
उन्होंने लिखा है कि "एनसायक्लोपीडिया ऑफ ब्रिटेनिका के अलावा एक डिक्शनरी भी थी, जिसके दो हिस्से किए गए.
एक हिस्सा भारत के पास है जिसमें A to K के Word हैं. वहीं उसके आगे का हिस्सा पाकिस्तान के पास है."