उत्तर प्रदेश का यह शहर एक दिन के लिए बना था भारत की राजधानी
ब्रिटिश भारत के इतिहास में एक दिलचस्प घटना हुई थी जब उत्तर प्रदेश के एक शहर को सिर्फ एक दिन के लिए भारत की राजधानी बनाया गया था.
यह उत्तर प्रदेश के सबसे खास शहरों में से एक है, इसका नाम है इलाहाबाद, जिसे अब प्रयागराज नाम से जाना जाता है.
सामान्य ज्ञान में रुचि रखने वाले लोग ही इस तथ्य से वाकिफ हैं कि संगम नगरी, यानी आज के प्रयागराज, को एक दिन के लिए भारत की राजधानी बनने का गौरव मिला था.
इलाहाबाद को यूं तो देश व दुनिया में संगम की वजह से जाना जाता है लेकिन साल 1858 में ईस्ट इंडिया कंपनी ने इस शहर को एक दिन के लिए भारत की राजधानी बनाया था.
उस समय, यह उत्तर-पश्चिमी प्रांतों की राजधानी भी थी. उत्तर-पश्चिमी प्रांत बाद में संयुक्त प्रांत (United Provinces) बना, फिर आजादी के बाद से इसे हम उत्तर प्रदेश के नाम से जानते हैं.
यह वह समय था जब ईस्ट इंडिया कंपनी ने इलाहाबाद को औपचारिक रूप से ब्रिटिश शासन को सौंप दिया था, जिससे यह ऐतिहासिक घटना घटी.
हालांकि, भारत की स्थायी राजधानी दिल्ली को ब्रिटिश शासन द्वारा 13 फरवरी 1921 को औपचारिक रूप से घोषित किया गया था.
लेकिन प्रयागराज का यह एक दिन का राजधानी बनने का किस्सा आज भी इतिहास के पन्नों में दर्ज है.