डॉ. कलाम ने अपने जीवन में बहुत संघर्ष किये लेकिन उन्होने कभी भी हार नहीं माना. कलाम ने अपना पुरा जीवन भारत माता की सेवा में समर्पित कर दिया.
डॉ.ए पी जे अब्दुल कलाम को मिसाइल मैन के रूप में जाना जाता है. इन्होने विज्ञान, तकनीकी प्रगति और शिक्षा के क्षेत्र में बहुत योगदान दिया है.
अब्दुल कलाम ने मिसाइल और परमाणु कार्यक्रम को नहीं बल्कि युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक मजबूती दी है.
अब्दुल कलाम के समर्पण और राष्ट्रनिर्माण के प्रति योगदान को देखते हुए उनको भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान “भारत रत्न” से सम्मानित किया गया था.
डॉ. कलाम को साल 1997 में भारत रत्न दिया गया.उन्हे ये रत्न भारत की सुरक्षा और विज्ञान के क्षेत्र में, उनके अविस्मरणीय योगदान के वजह से दिया गया था.
साल 1981 में, डॉ. कलाम को विज्ञान के क्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन और उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए “पद्मभूषण” पुरस्कार से सम्मानित किया गया था.
डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम को साल 1990 में विज्ञान के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया था. यह भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है.
साल 1990 में, अब्दुल कलाम को “पद्म विभूषण” जैसे सर्वोच्च सम्मानों से सम्मानित किया गया, जो कि विज्ञान के क्षेत्र में उनकी उपलब्धियों को देखते हुए दिया गया था.
साल 1998 में भारत सरकार ने डॉ. कलाम को वीर सावरकर पुरस्कार से सम्मानित किया था. और उन्हें उसी साल शास्त्र रामानुजन पुरस्कार भी मिला था. और 2000 में उन्हे “शास्त्र रामानुजन पुरस्कार” से सम्मानित किया गया .
वर्ष 2013 में, कलाम को राष्ट्रीय अंतरिक्ष सोसायटी द्वारा “वॉन ब्रौन पुरस्कार” से सम्मानित किया गया. और 2014 में कलाम को “डॉक्टर ऑफ़ साइन्स” से सम्मानित किया गया था.