ये है भारत की सबसे पुरानी कंपनी, 300 सालों से कर रही है बिजनेस
अगर देश की सबसे पुरानी कंपनी की बात करें तो वो है भारत का वाडिया ग्रुप (Wadia Group).
1702 में सूरत में पैदा हुए पारसी बिजनेसमैन लोवजी नुसरवानजी वाडिया ने 1736 में वाडिया ग्रुप की नींव डाली थी.
नुसरवानजी वाडिया को 1736 में ईस्ट इंडिया कंपनी से जहाज और डॉक्स बनाने का कॉन्ट्रैक्ट मिला और यहीं से कंपनी की शुरुआत हुई.
उन्होंने 355 जहाजों का निर्माण किया था. लवजी और उनके भाई सोराबजी ने मिलकर मुंबई का पहला डॉकयार्ड बनाया था, जो एशिया का पहला ड्राय डॉक था.
देश की सबसे पुरानी कंपनी का इतिहास 300 साल पुराना है. 1736 में जब वाडिया ग्रुप की स्थापना हुई, उस समय मुगल बादशाह मुहम्मद शाह की हुकूमत हुआ करती थी.
1707 में औरंगजेब की मौत के बाद साल 1736 में गुजरात के सूरत के रहने वाले वाडिया परिवार ने सबसे पहले कंपनी कॉन्सेप्ट की शुरुआत की थी.
पाकिस्तान के संस्थापक मोहम्मद अली जिन्ना की बेटी डिना वाडिया परिवार के घर की बहू बनीं. अपने पिता की मर्जी के खिलाफ जाकर उन्होंने भारतीय पारसी परिवार में शादी की.
आज वाडिया समूह की दौलत अरबों-खरबों में है. ग्रुप का कारोबार मौजूदा समय में एविएशन, हेल्थकेयर, केमिकल और एफएमजीसी सेक्टर में फैला हुआ है.
कंपनी ने 1879 में बॉम्बे डाइंग की स्थापना की. बॉम्बे डाइंग आज वाडिया समूह का सबसे जाना-माना ब्रांड है. आज की तारीख में वाडिया ग्रुप की कुल वैल्यू या टोटल इक्विटी 51400 करोड़ रुपये है.
एविएशन, हेल्थकेयर, FNCG और हेल्थकेयर के क्षेत्र में यह कंपनी काम कर रही है. आईपीएल टीम किंग्स इलेवन पंजाब का मालिक भी वाडिया ग्रुप है.