ये है वो घास जिसमें पाया जाता है बेहद खतरनाक जहर, छूने से हो सकती है एलर्जी
गाजर घास (Parthenium hysterophorus) एक बेहद खतरनाक घास है जो खाली पड़े प्लॉट, सड़क किनारे और रेलवे लाइनों के पास पाई जाती है.
यह घास तेजी से फैलती है और किसानों की फसलों को नष्ट करती है. गाजर घास में पारथेनिन नामक जहरीला रसायन होता है, जो इंसान और जानवर दोनों के लिए हानिकारक है.
इसके संपर्क में आने से एलर्जी, एक्जिमा, खुजली और त्वचा संबंधी रोग हो सकते हैं. लंबे समय तक संपर्क में रहने पर अस्थमा जैसी गंभीर बीमारी भी हो सकती है.
यह घास मानव स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है और इसके कारण आंखों में जलन, काले धब्बे, फफोले, बुखार, जुकाम और दमा जैसी समस्याएं हो सकती हैं.
इसके अलावा, गाजर घास के संपर्क से चर्म और श्वास संबंधी एलर्जी की संभावना भी बढ़ जाती है.
कृषि विशेषज्ञ के अनुसार, गाजर घास को जानवर भी नहीं खाते हैं, क्योंकि यह उनके लिए भी जहरीली है.
गाजर घास को खतरनाक खरपतवार माना जाता है, जो किसानों की फसलों को नष्ट करने के अलावा मानव जीवन को भी नुकसान पहुंचाती है.
इसलिए, गाजर घास से दूर रहना और इसका संपर्क बचना बहुत जरूरी है, ताकि इससे होने वाली बीमारियों से बचा जा सके.