ये है वो भारतीय जिसे मिला था पहला भारत रत्न, क्या आप जानते हैं इनका नाम?

भारत रत्न भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान है, जिसे असाधारण सेवाओं के लिए दिया जाता है.

यह पुरस्कार 1954 में भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद के नेतृत्व में शुरू किया गया था.

शुरुआत में यह सम्मान सिर्फ जीवित व्यक्तियों को दिया जाता था, लेकिन बाद में मरणोपरांत भी दिया जाने का प्रावधान जोड़ा गया.

भारत रत्न का सिलेक्शन प्रधानमंत्री द्वारा नामों की सिफारिश करने के बाद राष्ट्रपति द्वारा किया जाता है.

यह पुरस्कार बिना किसी मौद्रिक अनुदान (Monetary Grant) के दिया जाता है और प्राप्तकर्ता (Recipient) को एक प्रमाण पत्र और पदक मिलता है.

पदक में शुद्ध तांबे का पत्ते जैसा आकार होता है, जिसके किनारे प्लैटिनम के होते हैं. इस पर प्लैटिनम का चमकता सूर्य और नीचे हिंदी में 'भारत रत्न' लिखा होता है.

भारत रत्न पदक की डिजाइन कोलकाता टकसाल द्वारा तैयार की जाती है. इसके पीछे अशोक स्तंभ के नीचे 'सत्यमेव जयते' लिखा होता है.

वहीं बता दें कि 1954 में भारत रत्न के पहले Recipient थे चक्रवर्ती राजगोपालाचारी, डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन और डॉ. चंद्रशेखर वेंकटरमन.

यह पुरस्कार एक साल में अधिकतम तीन व्यक्तियों को दिया जाता है. भारत रत्न प्राप्त करने वाले व्यक्तियों के नाम को भारत के राजपत्र में आधिकारिक रूप से प्रकाशित भी किया जाता है.