ये है दुनिया का इकलौता मौत का जंगल, फिर भी यहां जाते हैं लोग, जानें इसकी वजह
दुनिया में ऐसे कई जंगल हैं जिनके बारे में अजीबोगरीब कहानियां प्रचलित हैं. इनमें से एक है 'मौत का जंगल’.
इस जंगल के बारे में कहा जाता है कि यहां जाने वाले लोग कभी वापस नहीं लौट पाते. फिर भी लोग यहां जाते हैं. अब सवाल ये उठता है कि आखिर लोग मौत के जंगल में जाते क्यों हैं? चलिए जानते हैं.
जापान में स्थित "आओकिगाहारा", जिसे आमतौर पर "मौत का जंगल" कहा जाता है, एक ऐसी जगह है जो अपने अद्भुत प्राकृतिक सौंदर्य और दुखद इतिहास के लिए जाना जाता है.
यह जंगल फुजियामा पर्वत के पास स्थित है जो आत्महत्या के मामलों के लिए जाना जाता है. इसके बावजूद हर साल हजारों लोग इस जंगल में आते हैं.
ये जंगल प्राकृतिक सुंदरता से भरा हुआ है, लेकिन इसके पीछे एक दुखद इतिहास भी है. इस जंगल ने कई लोगों ने आत्महत्या की है. जिसके चलते इसे "मौत का जंगल" का नाम दिया है.
कई लोग यहां आकर अपनी जिंदगी खत्म करने की कोशिश करते हैं.साल 2023 में जापान के अधिकारियों ने इस जगह पर आत्महत्याओं की बढ़ती संख्या को गंभीरता से लिया है.
उन्होंने इस क्षेत्र में अधिक सुरक्षा और जागरूकता कार्यक्रम शुरू किए हैं, ताकि लोगों को इस जगह के बारे में पता चल सके और यहां होने वाली आत्महत्या को रोका जा सके.
आओकिगाहारा जंगल 35 स्क्वायर किमी के बड़े क्षेत्र में फैला हुआ है. यहां इतने पेड़ हैं कि इसे पेड़ों का समंदर भी कहा जाता है.
कई लोग यहां हाईकिंग करने और साफ हवा लेने आते हैं, लेकिन सभी पर्यटक इन्हीं इरादों से यहां नहीं आते. गौरतलब है कि साल 2013-2015 के बीच यहां 100 से ज्यादा लोगों ने आत्महत्या की थी.
जापान की सरकार अब लोगों को आत्महत्या करने से रोकने के कोशिशों के चलते ऑकिगहरा में होने वाली आत्महत्याओं के आंकड़े नहीं देती है.
हालांकि यह जगह आत्महत्या के लिए फेमस है, फिर भी हर साल हजारों लोग यहां घूमने के लिए आते हैं.
यहां की प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करती है. साथ ही शांति की तलाश में भी कई लोग इस जंगल में आते हैं.
वहीं कुछ लोग तो कुछ लोग यहां की रहस्यमयी और डरावनी कहानी के कारण आते हैं. वो इस जगह की खोज में हैं और अनुभव करना चाहते हैं कि "मौत का जंगल" होने के कारण यहां की असलियत क्या है.