ये है दुनिया का सबसे उम्रदराज मगरमच्छ, जिसकी हैं 6 पत्नियां और 10 हजार बच्चे
मगरमच्छ धरती पर मौजूद सबसे पुराने जीवन में से एक है. यह कितने खतरनाक होते हैं सभी जानते हैं.
लेकिन क्या आपको यह पता है कि मगरमच्छ का पेट कभी भी नहीं भरता. उनका पेट भी भर जाए उसके बाद भी यह शिकार देखकर हमला कर देते हैं.
आज हम आपको एक ऐसे मगरमच्छ के बारे में बताने जा रहे हैं, जो दुनिया का सबसे बूढ़ा मगरमच्छ है. इसका नाम हेनरी है.
इसका वजन 750 किलोग्राम का है और उसकी 6 पत्नियां है, जिनसे अब तक हेनरी ने 10000 बच्चों को जन्म दे दिया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस मगरमच्छ का जन्म 16 दिसंबर, 1900 को बोत्सवाना के ओकावांगो डेल्टा में हुआ और यह अब तक कुल 123 साल का हो चुका है. दुनिया की सबसे पुराने जिंदा जीवों में एक है.
कहा जाता है कि हेनरी के दांत बहुत भयानक है और इसके पैर बेहद बड़े और त्वचा तो सूखी पपड़ीदार है. एक सदी से भी पुराना यह मगरमच्छ एक मिनी बस के बराबर है.
100 साल से भी ज्यादा के हेनरी को लेकर ऐसा कहा जाता है कि उसने बोत्सवाना जनजाति के बच्चों को खा लिया था. लोग उसकी खूनी हरकतों से तंग आ गए थे.
इतना ही नहीं इस मगरमच्छ को मारने के लिए लोगों ने हाथी तक की मदद ली थी. सर हेनरी न्यूमैन नाम के एक प्रसिद्ध हाथी के शिकारी हुआ करते थे, जिनके नाम पर इस मगरमच्छ का नाम पड़ा है.
उन्होंने मगरमच्छ को मारने की बजाय विदेश में आजीवन कैद की सजा देने का फैसला कर लिया. अब हेनरी 30 सालों से पड़ोसी दक्षिण अफ्रीका के स्टॉकबर्ग में क्रॉकवर्ल्ड कंजर्वेशन सेंटर में है.
हेनरी नाम का यह खतरनाक मगरमच्छ एक नील मगरमच्छ है, इनकी नस्ल 26 देश में पाई जाती है. यह देश जो खासतौर से उप-सहारा अफ्रीका में स्थित है.
यह मगरमच्छ नदियों में झीलों में, दलदलों और दलदली भूमि जैसे कई प्रकार के जलीय वातावरण में रह सकते हैं. मगरमच्छ इतने खतरनाक होते हैं कि यह अपने शिकार जैसे जेब्रा और साही को मारने से बिल्कुल भी नहीं जी झिझकते.
जिन जगहों पर यह मगरमच्छ पाए जाते हैं उन क्षेत्रों में सैकड़ों की संख्या में लोग अपनी जान गंवा देते हैं. हेनरी दुनिया का सबसे बूढ़ा जीवित मगरमच्छ है और इसका खिताब भी उसे मिला है.