ये है दुनिया का अनोखा ओपेरा हाउस, आधा हिस्सा एक देश तो आधा हिस्सा दूसरे देश में 

आपने कभी किसी ऐसे थिएटर के बारे में सुना है, जिसमें परफॉर्मेंस एक देश में होती हो और दर्शक दूसरे देश में उसे सुनने या देखने के लिए बैठते हों.

ऐसा ही एक ओपेरा हाउस अमेरिका और कनाडा की सीमा पर स्थित है. इसका नाम हास्केल फ्री लाइब्रेरी एंड ओपेरा हाउस है.

यह इमारत एक ओपेरा हाउस और लाइब्रेरी का प्रतिनिधित्व करती है. इसे जानबूझकर अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बनाया गया था, ताकि दोनों देशों के बीच सांस्कृतिक सद्भाव बना रहे.

इस भवन का आधा हिस्सा यानी कि ओपेरा हाउस के दर्शक दीर्घा की सीटें अमेरिकी भूमि पर स्थित हैं, जबकि दूसरी सीमा के आधे भाग में लाइब्रेरी और ओपेरा हाउस का मंच आता है.

इसे आप अमेरिका की बिना किताबों वाली लाइब्रेरी और बिना मंच वाला ओपेरा हाउस भी कह सकते हैं. ओपेरा हाउस 7 जून 1904 में खोला गया था.

क्वीन-ऐनी स्टाइल स्ट्रक्चर पर बने इस बड़े बहुमंजिला भवन में लाइब्रेरी का प्रवेश द्वारा यूएस की ओर से है, जबकि लाइब्रेरी की किताबें कनाडा की सीमा पर संग्रहित की गई हैं.

ऐसे ही ओपेरा हाउस की दर्शक दीर्घा यूएस सीमा पर आती है, जबकि मंच कनाडा की सीमा में रहता है. यह मंच दुनिया भर के कलाकारों, संगीतकारों और व्याख्याताओं की मेजबानी करता है.

400 सीटों वाला थिएटर ना सिर्फ अपने अनोखे स्थल के लिए बल्कि इसलिए भी पहचाना जाता है क्योंकि 1904 में इसके निर्माण के बाद इसमें एलिवेटर व स्प्रिंकलर सिस्टम के अतिरिक्त कोई बदलाव नहीं किया गया है.

इस भवन में बनी लाइब्रेरी में अमेरिका और कनाडा दोनों देशों के कर्मचारी काम करते हैं. ऐसे में यहां पर अंग्रेजी और फ्रेंच दोनों भाषाओं में सेवाएं दी जाती हैं.