100 साल से संभाल कर रखा है इस नेता का शव, वजह जान रह जाएंगे दंग
ये रूस के महान नेता व्लादीमीर लेनिन का शव है, जिनका 1924 में रूस के गोर्की में निधन हुआ था.
उनका पार्थिव शरीर आज भी ना केवल रूस में लेनिनग्राद की एक बड़ी सी इमारत में ना केवल सुरक्षित है बल्कि तरोताजा भी.
इसको देखकर लगता है कि उनकी मृत्यु 100 साल पहले नहीं बल्कि एक दो दिन पहले ही हुई है.
इसमें वह न केवल गहन नींद में सोए लगते हैं. बल्कि लेनिन की डेड बॉडी साल दर साल और निखरती जा रही है, ज्यादा तरोताजा लगने लगी है.
रूस ने खासतौर पर उनके पार्थिव शरीर को संरक्षित करके रखा हुआ है
लेनिन कम्युनिस्ट क्रांति के अगुवा थे. साथ ही सोवियत संघ के संस्थापक. उनके निधन के बाद से कई पीढियां गुजर चुकी हैं.
रूस में भी पिछले दशकों में काफी उथल-पुथल हो चुकी है लेकिन लेनिन का शव कड़ी सुरक्षा के बीच यथावत रखा है.
दिन रात इसकी सुरक्षा रहती है. इसे सुरक्षित रखने के लिए लगातार काम किया जाता रहा है.
रूसी वैज्ञानिकों ने उनके शव को बेहतरीन स्थितियों में रखने वाली तकनीक के जरिए इस स्थिति में रखा है. इसे देखकर ज्यादातर लोगों को लगता है कि वह मरे नहीं बल्कि जीवित हैं.
जिस जगह लेनिनग्राद में लेनिन का शव रखा गया है, उसे लेनिन म्युजोलियम कहा जाता है. ये मास्को के रेड स्क्वेयर पर है.
ये उत्सुकता का विषय है कि आखिर कैसे रूसी वैज्ञानिकों ने उनके शव को इतने परफेक्ट तरीके से संरक्षित किया हुआ है.
ये शव मंद रोशनी वाले क्रिस्टल ताबूत में रखा है. हालांकि अब ज्यादातर रूसी और रूस का चर्च चाहता है कि लेनिन के शव को दफना देना चाहिए.
लेकिन तत्कालीन सोवियत शासक स्टालिन ने शव को दफनाये जाने से मना कर दिया.