सबसे पहले ये शराब आई थी भारत, जिसे इन लोगों को मना है पीना, यहां जानें
भारत में शराब का इतिहास बहुत पुराना है, जिसमें सोमरस का जिक्र मिलता है. मुगलों के भारत आने के बाद शराब शाही दरबारों में C हुई.
मुगल सम्राट अकबर शराब से परहेज करते थे, लेकिन उनके दरबार में यह आम थी.
अकबर के बाद सम्राट जहांगीर को शराब का काफी शौक था. ब्रिटिश शासन के दौरान शराब का उत्पादन एक व्यवसाय का रूप ले चुका था.
इंग्लैंड से भारत में 1716 तक बीयर का आयात किया जा रहा था, लेकिन उसकी गुणवत्ता खराब होने लगी.
इसके बाद 1830 में एडवर्ड अब्राहम डायर ने भारत की पहली कसौली ब्रेवरी स्थापित की, जहां से लॉयन ब्रांड बीयर का उत्पादन शुरू हुआ. इसके बाद और ब्रेवरीज की शुरुआत हुई.
1915 में स्कॉटलैंड के बिजनेसमैन ने दक्षिण भारत में चार ब्रेवरीज का विलय (Merger) कर यूनाइटेड ब्रुअरीज की स्थापना की.
1947 में भारतीय बिजनेसमैन विट्टल माल्या ने इस कंपनी के शेयर खरीद लिए और इसके पहले भारतीय निदेशक बने.
विट्टल माल्या के निधन के बाद ये कंपनी उनके बेटे विजय माल्या के पास आ गई.
ब्रिटिश काल में शराब का उत्पादन मुख्य रूप से ब्रिटिश अधिकारियों और सेना के जवानों के लिए था, लेकिन बाद में ये आम जनता तक भी पहुंची.