यह महिला बनी ब्रिटेन की सबसे बुजुर्ग स्काइडाइवर, विश्व युद्ध II से है कनेक्शन

दरअसल, विश्व युद्ध 2 का हिस्सा रह चुकी महिला ने 102 साल की उम्र में एक हैरतअंगेज कारनामा कर दिखाया है. वह ब्रिटेन की सबसे उम्रदराज स्काइडाइवर बन गई हैं. 

इस बहादुर महिला का नाम मैनेट बैली है, जो कि सफोल्क के बेनहॉल ग्रीन की रहने वाली हैं.

वह द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान मिस्र में महिलाओं की रॉयल नेवल सर्विस का हिस्सा रह चुकी हैं.

मैनेट ने रविवार को अपने जन्मदिन के मौके पर बेकल्स के ऊपर उड़ते हुए विमान से छलांग लगाते हुए स्काइडाइविंग की थी. 

मैनेट ने अपने इस साहसी कार्य के जरिए 33.21 लाख रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा था, जिनमें से वह 11.06 लाख रुपये हासिल करने में कामयाब रही हैं.

वह यह धन-राशि ईस्ट एंग्लियन एयर एम्बुलेंस, मोटर न्यूरोन डिजीज एसोसिएशन और अपने स्थानीय बेनहॉल और स्टर्नफील्ड पूर्व-सैनिकों व विलेज क्लब को दान करने वाली हैं.

मैनेट ने एक 85 वर्षीय व्यक्ति की स्काइडाइविंग की खबर सुनी थी, जिससे प्रेरित होकर उन्होंने यह निर्णय लिया था.

स्काइडाइविंग से पहले मैनेट ने कहा, "मेरी उम्र के लोग बिमारियों से जूझ रहे हैं और मैं स्वस्थ हूं, इसीलिए मैं यह करना चाहती हूं."

उन्होंने बताया कि जब विमान का दरवाजा खुला तो उन्होंने सोचा कि अब और कुछ नहीं कर सकते और वह कूद गईं. उन्होंने आगे कहा, "मुझे किसी चीज से डर नहीं लगता है. मैंने अपनी आंखें बंद कर लीं थीं. हम बहुत तेज गति से नीचे जा रहे थे."

रविवार को मैनेट की हौसला अफजाई करने के लिए कई लोग पहुंचे थे, जिनमें उसके स्थानीय समुदाय के लोग भी शामिल थे. 

मैनेट ने मुस्कुराते हुए स्काइडाइविंग की थी और उतरते ही उन्हें ईस्ट एंग्लियन एयर एम्बुलेंस के प्रतिनिधियों द्वारा फूलों का गुलदस्ता भेंट किया गया था.

आपको जानकर हैरानी होगी कि यह मैनेट का पहला साहसी कारनामा नहीं है. दरअसल, वह अपने 100वें जन्मदिन पर सिल्वरस्टोन में लगभग 210 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से फेरारी कार भी चला चुकी हैं.