इन दिनों टमाटर की कीमतों में मानसून के बाद बढ़ोतरी देखने को मिली. फिलहाल सबसे महंगी सब्जियों में अब टमाटर का नाम भी शामिल हो चुका है.
देश के कई हिस्सों में टमाटर के दाम 100-120 रुपये प्रति किलोग्राम तक हो गए हैं. जबकि इसकी थोक कीमतें 65-70 रुपये प्रति किलो हो गई हैं.
ऐसे में हर ओर बस यही चर्चा हो रही है कि आखिर ऐसा क्या हो गया कि टमाटर के दाम इस कदर आसमान छूने लग गए. जानें इसका कारण क्या है?
दरअसल ऐसे कई कारण हैं, जिनकी वजह से टमाटर के भाव बढ़ गए हैं. पहला कारण तो तापमान का बढ़ना है. देश के कई राज्यों में पिछले कुछ दिनों से बहुत ज्यादा गर्मी पड़ रही है.
दूसरी वजह यह है कि इस बार टमाटर का उत्पादन बहुत कम मात्रा में हुआ है. टमाटर कम है और मांगें बहुत ज्यादा हैं.
तीसरी और सबसे बड़ी वजह बारिश का देर से आना है. इन्हीं कुछ कारणों से टमाटर के दाम में एकाएक उछाल देखा जा रहा है.
पिछले ही महीने की बात है जब टमाटर 25 रुपये किलो तक बिक रहे थे. लेकिन जून का महीना आते-आते स्थिति बिगड़ गई.
टमाटर उगाने वाले राज्यों के बारे में देखें तो भारत में सबसे ज्यादा टमाटर मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र में उगाया जाता है. लेकिन बारिश व बुआई में देरी के चलते इसकी सप्लाई घटी.
मार्केट के एक टमाटर व्यापारी अशोक ने बताया कि, पिछले साल टमाटर की रोजाना लगभग 35 से 40 गाड़ियां उतरती थीं, लेकिन अब 15 से 20 गाड़ियां ही आ रही हैं.