हर देश में कोई न कोई ऐसे डाकू रहे हैं, जिनके किस्से समाज में सुने और सुनाए जाते हैं. यहां आज हम आपको बताने जा रहे हैं भारत के 10 सबसे कुख्यात डाकुओं के बारे में, जिनका खौफ सैकड़ों कोस दूर तक होता था.
1. वीरप्पन: दक्षिण भारत में सबसे कुख्यात डकैत माना जाता था. वह हाथियों के दांतों और सैंडलवुड की तस्करी के लिए मशहूर था. उसके द्वारा फैलाई गई दहशत से पुलिस-प्रशासन की नींद उड़ जाती थी. साल 2004 में उसका एनकाउंटर किया गया था.
2. मान सिंह: मध्य प्रदेश एवं राजस्थान में मान सिंह का नाम खूब गूंजा था. वह चंबल के डकैतों में सबसे खूंखार माना जाता था. वो बहुत खूंखार था. उसे 1955 में गोरखा ट्रूप्स ने मारा था.
3. फूलन देवी - इन्हें स्वतंत्र भारत की पहली महिला डकैत माना जाता था. ये निचली जाति से थीं, जिनके यहां उच्च जातियों के लोग जुल्म करते थे. जातिगत भेदभाव के खिलाफ ही उन्होंने डकैती का रास्ता चुना. बाद में राजनीति में आईं और सांसद भी बनीं.
4. मलखान सिंह - चंबल के डकैतों में इस डाकू का नाम भी बहुत चर्चित था. कई सालों तक दहशत फैलाने के बाद इसने 1982 में मध्य प्रदेश के तत्कालीन सीएम अर्जुन सिंह के सामने सरेंडर किया था
5. शिव कुमार पटेल उर्फ ददुआ - इसने यूपी के बुंदेलखंड में 20 साल तक दहशत फैलाए रखी थी. इसे 2007 में यूपी STF पुलिस ने मार गिराया था.
6. पान सिंह तोमर- इनका नाम तो आपने भी सुना होगा. ये पहले इंडियन आर्मी में थे और बतौर धावक ढेरों पदक जीते थे. 80 के दशक में ये बागी हुए और चंबल घाटी में पुलिस-प्रशासन से लोहा लिया.
7. चंबल के सबसे खतरनाक डाकुओं में निर्भय सिंह गुर्जर का नाम भी आता है, इसके लश्कर में 5 दर्जन कुख्यात अपराधी थे. इसे 2005 में एक मुठभेड़ में मार गिराया गया था.
8. मोहर सिंह गुर्जर को चंबल का रॉबिनहुड कहा जाता था. कहा जाता है कि उसने गरीबों पर खूब अत्याचार किए, जमीनें कब्जा करने में उसे सुकून मिलता था.
9. कल्लू यादव उर्फ कलुआ: यूपी के इस डकैत को "कटरी के राजा" कहा जाता था. यूपी पुलिस ने इसे साल 2006 ढेर किया था.
10. मलंगी - देश में 1890 में दशक में इस शख्स ने अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी थी. अंग्रेजी हुकूमत ने इसे डकैत करार दिया. कहा जाता है कि मलंगी आम लोगों का पक्ष लेता था.