इस मंदिर को दुनिया BAPS Mandir के नाम से जानेगी, क्योंकि इसे Bochasanwasi Akshar Purushottam Swaminarayan Sanstha (BAPS) ने बनवाया है
इस मंदिर के निर्माण में बड़ी मात्रा में संगमरमर, बलुआ पत्थर और खास तरह की ईंटों का इस्तेमाल किया गया है
इस मंदिर के निर्माण कार्य में वैदिक वास्तुकला और प्राचीन मूर्तियों का भी इस्तेमाल किया गया है
इस मंदिर की ऊंचाई 108 फीट होगी, साथ ही यह पश्चिम एशिया का सबसे बड़ा हिंदू मंदिर होगा
BAPS मंदिर के डिजाइन में एकीकृत 7 शिखर हैं जो संयुक्त अरब अमीरात की एकता का प्रतीक हैं.
इस मंदिर की नीव में 100 सेंसर और परिक्षेत्र में 350 से ज्यादा सेंसर लगे हैं, जो तापमान-भूकंप और उच्च दबाव का अलर्ट देंगे
इस मंदिर के निर्माण में अरबों रुपये खर्च हो चुके हैं, आधिकारिक लागत 700 करोड़ रुपए से ज्यादा आई है
इसका उद्घाटन 14 फरवरी को एक भव्य समारोह के साथ होगा, यह सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और सांप्रदायिक संगम का प्रतीक है.