अनोखा अभियान, ज्यादा बच्चे पैदा करो; वो 10 देश जहां बढ़ रही घटती आबादी से टेंशन
भारत ने हाल ही में चीन को पीछे छोड़कर दुनिया का सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बनने का मुकाम हासिल किया है.
वहीं चीन अब दूसरे नंबर पर आ गया है, जबकि कई देश बढ़ती जनसंख्या से परेशान भी हैं. आइए जानते हैं उनके नाम.
इस समय कई देश घटती जनसंख्या के संकट से जूझ रहे हैं, जिसके लिए सरकारें उपाय तलाश रही हैं.
ताइवान और दक्षिण कोरिया इन देशों में शामिल हैं, जहां औसत जन्म दर 1.1 है, जो रिप्लेसमेंट लेवल 2.1 से भी कम है. इन देशों में बच्चों की संख्या घटने से जनसंख्या संकट बढ़ रहा है.
दक्षिण कोरिया ने इस समस्या से निपटने के लिए अलग से एक मंत्रालय गठित भी किया है. ताइवान और दक्षिण कोरिया में ऐसे दंपतियों की संख्या बढ़ रही है, जो बच्चे नहीं पैदा करना चाहते.
युद्ध प्रभावित यूक्रेन भी इस संकट से जूझ रहा है, जहां जन्म दर महज 1.2 है. यूक्रेन के अलावा हांगकांग और मकाउ भी जनसंख्या संकट से निपटने की कोशिश कर रहे हैं.
इटली, स्पेन और पोलैंड जैसे यूरोपीय देशों में भी जनसंख्या घट रही है, यहां जन्म दर 1.3 है. इन देशों में लोग कम बच्चे पैदा कर रहे हैं, जिससे जनसंख्या का संतुलन बिगड़ रहा है.
जापान में जन्म दर 1.4 है और सरकार इसे बढ़ाने के लिए प्रयासरत है. जापान सरकार विवाह की संस्थाओं को मजबूत करने और लोगों को बच्चा पैदा करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है.
जापान के अलावा ग्रीस, बेलारूस और मॉरीशस जैसे देशों में भी जन्म दर 1.4 है. इन देशों में जन्म दर में गिरावट से सामाजिक और आर्थिक संकट उत्पन्न हो सकता है.
इन देशों में बढ़ती उम्र और घटती जनसंख्या के कारण वर्कफोर्स में कमी हो रही है. ये देश वृद्ध जनसंख्या के बोझ से जूझ रहे हैं, जिससे स्वास्थ्य देखभाल और सामाजिक सुरक्षा पर दबाव बढ़ रहा है.
इन देशों में सरकारें जनसंख्या वृद्धि के लिए तरह-तरह की योजनाएं और प्रोत्साहन दे रही हैं.