Universe vs Humans: ब्रह्मांड में इंसानों की क्या हैसियत है! आप ये बातें जानेंगे तो दांतों तले उंगली दबा लेंगे
कुछ लोग बात-बात में ऐसा बोल देते हैं कि हम वो तोप हैं..जिसके सामने दुनिया में कोई नहीं हैं..या कह देते हैं कि हम दुनियाभर में घूम लिए
असल में दुनिया इतनी बड़ी है जितनी कि आप कल्पना नहीं कर सकते...आज कुछ खास बातें आप यहां जानिए..और समझिए कि सारे जहां में इंसान कितना छोटा है
हमारी पूरी धरती की जनसंख्या बढ़ते-बढ़ते लगभग 8 अरब हो चुकी है
लेकिन धरती पर मौजूद सभी 8 अरब लोग अमेरिका के एक शहर लॉस एंजिल्स जितनी जगह में समा सकते हैं
आपको बता दें कि हमारी धरती का व्यास लगभग 13 हजार किलोमीटर है
वहीं, चांद का व्यास 3500 किलोमीटर है
धरती से आसमान में छोटा सा दिखने वाला चांद वास्तव में इतना बड़ा है कि इसके अंदर 1 लाख हिमालय जैसे पहाड़ समा जाएंगे
हमारी धरती इतनी बड़ी है इसमें चांद जैसे लगभग 50 उपग्रह समा सकते हैं
ऐसे में आप समझ ही गए होंगे कि धरती कितनी बड़ी है और इसमें रहने वाले सारे लोग भी इसके सामने कितने कम हैं
जरा सोचकर देखें कि चांद धरती से 3,84000 किलोमीटर की दूरी पर है, इस दूरी के अंदर सोलर सिस्टम के सभी आठों ग्रह समा सकते हैं
अगर हम सूर्य की बात करें तो यह धरती से 15 करोड़ किलोमीटर की दूरी पर है
सूर्य का व्यास लगभग 14 लाख किलोमीटर है
धरती के मुकाबले में सूर्य इतना बड़ा है कि इसमें 13 लाख धरती समा सकती हैं
अगर हम सौर मंडल के सबसे बड़े ग्रह जुपिटर (हिंदी में जिसे बृहस्पति कहते हैं) में 1300 पृथ्वी समा सकती हैं
ऐसे में ये सोचा जा सकता है कि हम इंसान कितने छोटे हैं
अगर हम बात करें पूरे सौर मंडल की, तो इसका व्यास 287 अरब किलोमीटर है