जर्मनी (Germany) से वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिनमें सैकड़ों मुस्लिम प्रदर्शनकारी ‘इस्लामिक हुकूमत’ लाने और खलीफा के शासन की बात कर रहे हैं.

रहीम बोटेंग (Raheem Boateng) नाम का एक शख्‍स जर्मनी में खुलेआम ‘इस्लामवाद’ को बढ़ावा देने में लगा है. 

उसकी अगुवाई में इस्लामिक समूह ‘मुस्लिम इंटरएक्टिव’ द्वारा हमबर्ग शहर (Hamburg City) की सड़कों पर जुलूस निकाले गए. 

जुलूस में शामिल लगभग 1,000 प्रतिभागियों ने “खिलाफत ही समाधान है”, “हमें इस्लामिक हुकूमत” चाहिए जैसे नारे लगाए. 

इस दौरान “अल्‍लाह हू अकबर” शब्‍द भी खूब गूंजा, जिसका हिंदी में तात्‍पर्य होता है- अल्‍लाह ही महान है.

बता दें कि रहीम बोटेंग सोशल मीडिया पर भी खासा सक्रिय रहता है, 26 साल के इस शख्‍स के इंस्‍टाग्राम पर हजारों फॉलोअर हो गए हैं. उसकी वीडियो केवल ‘अल्‍लाह’, ‘इस्लाम’, और ‘खलीफा’ की बातों से ही संबंधित हैं.

उसकी ओर से जर्मनी में आयोजित एक जुलूस में सैकड़ों मुसलमानों ने जर्मन सरकार नीतियों की आलोचना का आह्वान किया…

सोशल मीडिया पर कुछ ही दिनों में इस्लामिक समूह ‘मुस्लिम इंटरएक्टिव’ के वीडियोज ने दुनियाभर के लोगों का ध्‍यान खींचा है, जिनको जर्मन अधिकारी प्रतिबंधित इस्लामी संगठन ‘हिज्ब उत-तहरीर’ की विचारधारा से जोड़कर देख रहे हैं. 

एक जर्मन अधिकारियों ने खुलासा किया कि शनिवार (27 अप्रैल) को एक हजार से ज्‍यादा प्रदर्शनकारियों ने रहीम बोटेंग की अगुवाई में चरमपंथ की जड़ें जमाने वाली बातें कहीं. उन्‍होंने भड़काऊ नारे लगाए.

जर्मन अधिकारियों के मुताबिक, मुस्लिम समुदाय के सैकड़ों प्रदर्शनकारी जर्मनी के सेंट जॉर्ज जिले में हैम्बर्ग की सड़कों पर उतर आए. उन लोगों ने बार-बार ‘खलीफा’ के राज की बात बोली. 

आपको बता दें खलीफा का राज़ वो होता है, जैसा कि क़ुरान या अन्‍य इस्‍लामिक पुस्‍तकों में बतलाया गया है.  जब किसी देश को इस्‍लामी शरिया कानून के हिसाब से देश चलाया जाता है.