Vladimir Putin 5वीं बार कैसे बन गए रूस के राष्ट्रपति? संविधान में लिखा था- कोई 2 बार से ज्यादा नहीं बन सकता

दुनिया के सबसे बड़े देश रूस में व्लादिमीर पुतिन 5वीं बार राष्ट्रपति बन गए हैं...ये आखिर कैसे संभव हुआ? आइए इस वेबस्टोरी में जानते हैं—

रूसी संविधान के मुताबिक कोई भी व्यक्ति लगातार दो बार से ज्यादा राष्ट्रपति नहीं बन सकता था, लेकिन 2020 में पुतिन ने संशोधन करके ये सीमा खत्म कर दी

संविधान में संशोधन करने के अपने फैसले को सही ठहराने के लिए रूस में पुतिन ने जनमत संग्रह भी करवाया, और कहा कि 76% लोग समर्थन में हैं

संविधान में संशोधन से पुतिन के 2036 तक रूसी राष्ट्रपति बने रहने का रास्ता साफ हो गया

अब पुतिन सोवियत संघ (1991 से पहले का रूस) पर करीब तीन दशकों तक राज करने वाले स्टालिन से भी आगे निकल सकते हैं

पुतिन ने 5वीं राष्ट्रपति चुनाव जीतकर, मॉस्को के ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस में हाल ही में 33 शब्दों में शपथ ली

मॉस्को में ग्रैंड क्रेमलिन पैलेस वो जगह है, जहां रूस के जार परिवार के 3 राजाओं (एलेक्जेंडर 2, एलेक्जेंडर 3 और निकोलस 2) की ताजपोशी हुई थी

पुतिन की पार्टी का दावा है कि रूस में 15-17 मार्च 2024 को हुए चुनाव में पुतिन को 88% वोट मिले थे, वहीं उनके विरोधी खारितोनोव को सिर्फ 4% वोट मिले

बता दें कि पुतिन ने साल 2000 में पहली बार रूस के राष्ट्रपति पद की शपथ ली थी, इसके बाद 2004, 2012 और 2018 में भी राष्ट्रपति बने