Water संयुक्त राष्ट्र की ओर से कहा गया है कि भारत में भूजल का स्तर तेजी से घट रहा है
संयुक्त राष्ट्र विश्वविद्यालय पर्यावरण और मानव सुरक्षा संस्थान (UNU-EHS) ने इंटरकनेक्टेड डिजास्टर रिस्क रिपोर्ट 2023 जारी की है
इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत में इंडो गंगेटिक बेसिन के कुछ क्षेत्र पहले ही भूजल की कमी के चरम बिंदु को छू चुके हैं
इससे पूरे उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में 2025 तक गंभीर रूप से भूजल में कमी होने का अनुमान है
देश का उत्तर पश्चिमी क्षेत्र अभी 1.4 अरब आबादी के लिए 'रोटी की टोकरी' जैसा है..क्योंकि यहां गेंहू उगता है
UNU-EHS की रिपोर्ट में कहा गया है कि पंजाब में 78% कुओं से क्षमता से अधिक पानी (Water) निकाला जा चुका है
पूरे उत्तर पश्चिमी क्षेत्र में 2025 तक कम भूजल उपलब्धता का अनुमान है..जिससे हाहाकर मच जाएगा.