क्या सच में ताजमहल बनाने वाले मजदूरों के हाथ काटे गए थे?

मोहब्बत की निशानी के तौर पर शुमार है आगरा का ताजमहल. 

17वीं सदी में मुगल बादशाह शाहजहां ने ताज का करवाया था निर्माण.

शाहजहां ने उस जमाने में करीब 20 लाख रुपये ताज के निर्माण पर किए खर्च. 

22 साल तक 20 हजार से ज्यादा लोगों ने ताज बनाने में की मेहनत.

बिल्डिंग मैटेरियल ढोने में 1 हजार से ज्यादा हाथियों का हुआ था इस्तेमाल.

सवाल है कि क्या ताजमहल बनाने वाले मजदूरों के काटे गए थे हाथ?

इतिहास में मजदूरों के हाथ काट देने वाली ऐसी किसी भी घटना के नहीं मिले सबूत

न ही इतीहासकारों ने कभी अपने किसी किताब में इसका जिक्र किया