किस वजह से आते हैं भूकंप? Earthquake के केंद्र का क्या होता है मतलब
अक्सर भूकंप से धरती कांपती रहती है. दुनिया भर में कहीं न कहीं रोज भूकंप आने की घटनाएं होती रहती हैं.
भूकंप की तीव्रता कभी-कभी इतनी तेज होती है कि सबकुछ तहत-नहस हो जाता है. हजारों लोगों की मौत हो जाती है.
लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि भूकंप क्यों आते हैं?
भूकंप आने के बाद बताया जाता है कि उसका केंद्र कहां पर था, तो उस केंद्र का क्या मतलब होता है? आइये आपको बताते हैं इन सभी सवालों के जवाब.
धरती मुख्य तौर पर 3 परतों से बनी हुई है. क्रस्ट, मेंटल और कोर (इनर और आउटर). क्रस्ट और ऊपरी मेंटल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं.
ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहा जाता है.
पृथ्वी के अंदर 7 प्लेट्स हैं, जो लगातार घूमती रहती हैं. जब ये प्लेट्स आपस में टकराती हैं, तो उससे भू-गर्भीय ऊर्जा पैदा होती है. जिससे भूकंप की स्थिति बनती है.
वहीं धरती की सतह के नीचे जहां पर चट्टानें आपस में टकराती हैं या टूटती हैं, उस जगह को भूकंप का केंद्र या फोकस कहा जाता है. इसे हाइपोसेंटर भी कहा जाता है.